दहेज एक ऐसी मानसिक बीमारी है जो हमारे समाज में सालों से व्याप्त है। बीमारी इसलिए क्योंकि जब यह एक बार किसी को हो जाती है तो पीड़ित व्यक्ति जिंदगी भर इससे छुटकारा नहीं पा पाता है। भारत में जहाँ एक ओर दहेज बंद करने की मुहिम जोरो शोरों से चलाई जा रही है तो वहीं दूसरी ओर दहेज कैलकुलेट करने वाली एक एक वेबसाइट लांच हुई है, जो यह बता रही है कि सैलरी के हिसाब से लड़के को कितना दहेज मिलना चाहिए।

दहेज़ कैलकुलेट करने वाली इस एप पर जैसे ही केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी की नजर पड़ी। उन्होंने इस एप को बेन करने की मांग करते हुए सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में कहा, कि  www.dowrycalculator.com नाम की इस वेबसाइट को बंद करना चाहिए और इसे चलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी होनी चाहिए। मंत्री ने कहा कि यह वेबसाइट पुरुष की उम्र, जाति, पेशे और वेतन के आधार पर उसके लिए दहेज की राशि का अनुमान लगाती है। इस तरह की वेबसाइट का होना शर्मनाक होने के साथ-साथ गैरकानूनी भी है।

वहीं कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस वेबसाइट को लेकर पीएमओ से शिकायत करते हुए कहा, कि यह काफी शर्मनाक है कि भारत में ऐसी वेबसाइट चल रही हैं। इसे तुरंत बंद किया जाना चाहिए और इसके खिलाफ एक्शन भी लेना चाहिए। सिंधिया ने पीएमओ और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय से कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

बता दें कि www.dowrycalculator.com नाम की यह बेवसाइट उम्र, जाति, रोजगार और कमाई के आधार पर बता रही है कि कौन सा युवक कितने दहेज़ का हकदार है। यह वेबसाइट बेरोजगारों की कीमत 15 लाख रुपये तक लगा रही है। यह वेबसाइट में केवल ब्राह्मण, कायस्थ, भूमिहर, बनिया, रेड्डी, नायर, क्षत्रिय जैसे 17 जातियों के युवाओं के दहेज के बारे में बता रही है। वेबसाइट ने आइएएस अफसर के दहेज की कीमत 65 लाख रुपये बताई तो वहीं पिता के परिवारिक व्यवसाय वाले बेरोजगार की 15 लाख रुपये।

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