भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस से घुसपैठियों को लेकर उनसे अपना रुख स्पष्ट करने की मांग करते हुए कहा कि विदेशी नागरिकों को शांतिपूर्वक देश से बाहर करने के लिए राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की प्रक्रिया जारी रहेगी। श्री शाह ने यहां भाजपा की युवा इकाई की ओर से कलकत्ता के मायो रोड पर आयोजित युवा स्वाभिमान समावेश रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा भारत की स्थिरता और एकता को सर्वाधिक प्राथमिकता देती है। भाजपा वोट बैंक की राजनीति में विश्वास नहीं करती।

उन्होंने श्री राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस और सुश्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस पर घुसपैठियों के मामले में पलटी मारने का आरोप लगाया।  उन्होंने कहा कि हम सुनिश्चित करेंगे कि असम में एनआरसी की प्रक्रिया शांतिपूर्वक पूरी कर ली जाए। न तो ममता बनर्जी और ना ही राहुल गांधी हमें यह प्रक्रिया पूरी करने से रोक पायेंगे। भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस से कहा कि वे अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बंगलादेश से आये शरणार्थियों के बारे में अपना रूख स्पष्ट करें। नागरिकता संशोधन विधेयक, 2016 संसद में पेश किया जायेगा और कांग्रेस तथा तृणमूल कांग्रेस को इस पर अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए।

उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर एनआरसी के बारे में अफवाह फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सुश्री बनर्जी ने 2005 में घुसपैठियों के मुद्दे पर संसद की कार्यवाही में बाधा पहुंचायी थी। उस समय पश्चिम बंगाल में वाम दलों का शासन था और अब उन्होंने इस मुद्दे पर अपना नजरिया बदल लिया है। श्री शाह ने कहा कि ममता बनर्जी ने मेरी रैली रोकने के पूरे प्रयास किये, सभी बंगला समाचार चैनलों को रैली कवर करने से रोक दिया गया। हम पश्चिम बंगाल के विरुद्ध नहीं हैं लेकिन हम निश्चित रूप से ममता बनर्जी के खिलाफ हैं। हम यहां तृणमूल कांग्रेस का विरोध करने आये हैं। ”

उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा राज्य से इस पार्टी को उखाड़ फेंकेगी और आज की रैली से जो कुछ आगामी दिनों में होने वाला है, उसकी एक झलक प्रस्तुत करती है। सच्चाई यह है कि बंगाल में परिवर्तन होने जा रहा है। भाजपा राज्य से तृणमूल कांग्रेस को उखाड़ फेंकने जा रही है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मैं तृणमूल को उखाड़ फेंकने के लिए बंगाल के प्रत्येक जिले का दौरा करूंगा। तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए उन्होंने उनसे कहा कि अपने कान खोल लीजिए और हमारी बात ठीक से सुनिये। उन्होंने पूछा कि सुश्री बनर्जी बंगलादेशी घुसपैठियों को क्यों बचा रही हैं। सुश्री बनर्जी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति के कारण ऐसा कर रही है।

श्री शाह का 30 जुलाई को असम में एनआरसी जारी करने के बाद पश्चिम बंगाल का यह पहला दौरा है। उन्होंने कहा कि मैं ममता बनर्जी से पूछना चाहता हूं कि क्या वह पश्चिम बंगाल के हिन्दू और मुस्लिमों तथा उनके रोजगार के लिए चिंतित नहीं हैं। यदि हम इस घुसपैठ को नहीं रोकते हैं तो पश्चिम बंगाल में किसी तरह की तरक्की नहीं देख पायेंगे। इस समस्या का एक मात्र समाधान एनआरसी है।

साभार – ईएनसी टाईम्स

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