कहते हैं कि कर्मभूमि मां समान होती है क्योंकि उसी भूमि में काम करके हमारे और हमारे परिवार का भरण-पोषण होता है। समाज में मान-सम्मान मिलता है। जीवन में गतिशीलता आती है। ऐसे में अगर कोई अपनी कर्मभूमि को अपने अय्याशी का अड्डा बना ले तो समाज में एक गलत संकेत जाता है। ऊपर से ऐसी गंदगी पूरे समाज को प्रभावित करती है। कुछ ऐसा ही आजमगढ़ के एक ऑफिस में पाया गया जहां कर्मचारी अपने ऑफिस को दारु का अड्डा बनाए हुए हैं और शराब के नशे में नाच गा रहे हैं। हालांकि उनके इस कृत्य पर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के पल्हनी में दो कर्मचारियों को दफ्तर में नाचने की कीमत नौकरी गंवाकर चुकानी पड़ी। दोनों आउट सोर्स पर कार्यरत थे। दोनों का वीडियो वॉयरल हो गया जिसके बाद वीडियो जिलाधिकारी के पास पहुंचा तो उन्होंने दोनों कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए। इसके बाद बीएसए ने वीडियो में दिख रहे दोनों ही कर्मचारियों को निष्काशित करने के निर्देश दे दिए। इस वीडियो से समूचे शिक्षा विभाग की छवि धूमिल हो रही थी। वीडियो वायरल हो गया था। प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं होती है, इस कारण प्रशासन ने तुरंत एक्शन लेना उचित समझा।
बता दें कि वीडियो में बैकग्राउंड में गाना बजता हुआ सुनाई देता है। करीब 50 सेकेंड के वीडियो में दोनों कर्मचारी मस्ती के साथ ”दिल चोरी साडा हो गया… ओए की करिए की करिए” गाने पर नाचते हुए दिखते हैं। दोनों ने शराब पी हुई है। इसमें किसी महिला की उपस्थिति भी लगती है। हालांकि उसका चेहरा दिखाई नहीं देता।