Lakhimpur Kheri Case: किसान नेता Yogendra Yadav से पीड़ित परिवार ने पूछा- क्या हम किसान नहीं हैं? आपके साथी ने एक्शन रिएक्शन वाली बात क्यों कही?

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Yogendra Yadav
Families suffering from Yogendra Yadav asked questions

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में 3 अक्तूबर को हुई घटना का मामला अभी शांत नहीं हुआ है। इस मामले पर विपक्ष योगी सरकार (Yogo Government) से सवाल कर रहा है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा (Ajay Mishra) के इस्तीफे की मांग कर रहा है। सभी किसान नेता घटना में मारे गए पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर रहे हैं। इसी बीच किसान नेता योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) भी घटना में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा (Shubham Mishra) के घर पहुंचे थे। इस बात की जानकारी योगेंद्र यादव ने खुद ट्वीट कर दी है।

Yogendra Yadav ने किया ट्वीट

योगेंद्र यादव जब पीड़ित परिवार के घर पहुंचे तो उन्हें देखकर परिवार का दर्द फूट पड़ा। परिवार ने पूछा कि क्या हम किसान नहीं है। यहां पर आपके साथ ने एक्शन रिएक्शन वाली बात क्यों कही?

योगेंद्र यादव ने ट्वीट कर बताया कि शहीद किसान श्रद्धांजलि सभा से वापिसी में बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर गए। परिवार ने हम पर गुस्सा नही किया। बस दुखी मन से सवाल पूछे: क्या हम किसान नहीं? हमारे बेटे का क्या कसूर था? आपके साथी ने एक्शन रिएक्शन वाली बात क्यों कही? उनके सवाल कान में गूंज रहे हैं!

Rakesh Singh Tikait ने कही थी एक्शन रिएक्शन वाली बात

दरअसल लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 9 अक्तूबर को कहा था कि हिंसा में जो बीजेपी के कार्यकर्ता मारे गए वो ‘एक्शन का रिएक्शन’ था। टिकैत ने शनिवार को कहा था कि वह उन्हें अपराधी नहीं मानते, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की कथित तौर पर हत्या की क्योंकि उन्होंने तो प्रदर्शनकारियों के ऊपर कार चढ़ाए जाने की प्रतिक्रिया में ऐसा किया।

बता दें कि घटना में मारे गए किसानों की आत्मा की शांति के लिए 12 अक्तूबर को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था जिसमें कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल हुईं थी। कल आखिरी श्रद्धांजलि सभा थी। इसी में योगेंद्र यादव भी शामिल हुए थे।

2 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हुई थी मौत

गौरतलब है पूरे देशभर में तीनों कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश का मिनी पंजाब कहा जाने वाला लखीमपुर खीरी में किसान रविवार को तीनों कृषि कानून को लेकर विरोध कर रहे थे। तभी कथित तौर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों को कुचल दिया जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई। इस घटना में एक स्थानीय पत्रकार समेत 2 बीजेपी नेताओं की मौत हुई है।

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