लोकसभा चुनाव के अब चंद माह बचे हैं। ऐसे में जय श्रीराम के नारे एक बार फिर से गूंजने लगे हैं। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने राम मंदिर निर्माण को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर कोई विकल्प नहीं बचता है, तो केंद्र सरकार इसके लिए सदन में कानून ला सकती है। डिप्टी सीएम ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब दोनों विकल्प खत्म हो जाएंगे तो तीसरा विकल्प संसद से राम मंदिर निर्माण कराने की दिशा में बढ़ेंगे। हालांकि, अभी यह मुद्दा माननीय सुप्रीम कोर्ट के पास है। आपसी सहमति समेत दोनों विकल्पों से बात न बनने पर यही रास्ता शेष रह जाएगा।’ हालांकि उन्होंने कहा कि राज्यसभा में भाजपा के पास बहुमत नहीं है अन्यथा यह काम आसान हो जाता।

बता दें कि इस समय राम मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। इसके बावजूद भाजपा के तरफ से ऐसे बयान बीच-बीच में आते रहते हैं। मौर्य ने कहा, ‘राम मंदिर का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में लंबित है और इस पर लगातार सुनवाई चल रही है। हमें आशा है कि जल्द ही इस पर फैसला आएगा।’ केशव प्रसाद मौर्य का साफ तौर से इशारा था कि  ‘जब दोनों विकल्प समाप्त होते हैं फिर हम तीसरे विकल्प की ओर बढ़ेंगे। कोर्ट से बात नहीं बनी तो संसद के रास्ते इसका हल निकाला जाएगा।’

मौर्य ने कहा, ‘अभी संसद में हमारे (बीजेपी) पास पर्याप्त संख्या नहीं हैं। अगर हम लोकसभा में कानून लाते हैं तो राज्यसभा में कम संख्या होने के चलते हम निश्चित रूप से हार जाएंगे।’ एससी व एसटी एक्ट को लेकर बीजेपी के मूल मतदाताओं में नाराजगी नहीं है? इस सवाल के जवाब में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसी का अनावश्यक और अकारण उत्पीड़न नहीं होने देगी. एससी, एसटी एक्ट का दुरुपयोग नहीं होने दिया जाएगा।

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