कॉन्क्लेव काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च-नेशनल फिजिकल लेबोरेटरी नई दिल्ली द्वारा आयोजित किया जा रहा, ‘राष्ट्र के समावेशी विकास के लिए मेट्रोलॉजी’ कार्यक्रम का सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया। इसकी स्थापना के 74 साल पूरे होने पर इस कार्यक्रम को आयोजन किया जा रहा है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुेेए पीएम मोदी ने कहा, “आज, वैश्विक नवाचार रैंकिंग में भारत शीर्ष 50 देशों में शामिल है। भारत में उद्योग और संस्थानों के बीच सहयोग को मजबूत किया जा रहा।”

कॉन्क्लेव में अपने भाषण के दौरान मोदी ने कहा, “किसी भी शोध का प्रभाव वाणिज्यिक, सामाजिक और हमारी समझ को बढ़ाता है। कई बार भविष्य में अनुसंधान के अन्य संभावित उपयोगों का पहले से अनुमान नहीं लगाया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित है कि रिसर्च कभी भी बर्बाद नहीं होती है। जैसे हमारे शस्त्रों में कहा गया है कि आत्मा अमर है, वैसे ही शोध भी।”

कोरोना वैक्सीन का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, भारत के वैज्ञानिक कोरोना की दो वैक्सीन बनाने में सफल रहे हैं और देश को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है”

आत्मनिर्भर भारत का प्रचार करते हुए मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि न केवल वैश्विक मांग हो, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ उत्पादों की वैश्विक स्वीकृति भी हो। हमें गुणवत्ता और विश्वसनीयता के आधार पर ब्रांड इंडिया को मजबूत करना होगा।”

कोरोना वैक्सीन का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, भारत के वैज्ञानिक कोरोना की दो वैक्सीन बनाने में सफल रहे हैं और देश को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है”

रविवार को पीएम ने ट्विटर पर इसमें शामिल होगी घोषणा की। उन्होंने लिखा, “सुबह 11 बजे, 4 जनवरी को, राष्ट्रीय मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया जाएगा। राष्ट्रीय परमाणु टाइमस्केल और भारतीय निर्देशक द्रव्य, राष्ट्र को समर्पित होगा। राष्ट्रीय पर्यावरण मानक लैब के लिए नींव का पत्थर भी रखा जाएगा।

समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि नेशनल एटॉमिक टाइम्सकैल ने 2.8 नैनोसेकंड की सटीकता के साथ भारतीय मानक समय उत्पन्न किया है। भारतीय निर्देश द्रव्य गुणवत्ता आश्वासन के लिए प्रयोगशालाओं के परीक्षण और अंशांकन का समर्थन कर रहा है।

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