चुनाव आयोग ने संकेत दिए हैं कि गुजरात चुनाव दिसम्बर में हो सकते हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) एके जोति की मानें तो गुजरात में 50 हजार से अधिक मतदान केंद्रों पर मतदाता मतदान सत्यापन पर्ची (VVPAT) प्रणाली का प्रयोग होगा। इसके अलावा आयोग पहली बार इन चुनावों में महिलाओं के लिए मतदान केंद्र बनाने जा रहा है।

दरअसल चुनाव आयुक्त ने भाजपा, कांग्रेस सहित विविध राष्ट्रीय दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर चुनाव सुधार संबंधी सुझाव मांगे हैं। बता दें कि विधानसभा चुनाव 14 दिसंबर से 14 जनवरी के बीच करवाए जाएं क्योंकि उन दिनों कोई हिंदू शादी नहीं होती।

चुनाव आयोग को सौंपे गए मेमौरेंडम में कहा गया है कि 14 दिसंबर से 14 जनवरी के बीच के वक्त को हिंदू धर्म की शादी के लिए सही नहीं माना जाता वहीं 10 दिसंबर से 14 दिसंबर के बीच में ज्यादा समारोह होते हैं। ऐसे में 14 दिसंबर से 14 जनवरी के बीच किसी तारीख में चुनाव करवाए जाने चाहिए।

बीजेपी ने कहा है कि यह वक्त वोटरों और सभी राजनीतिक पार्टी के उम्मीदवारों के लिए सबसे सही रहेगा। इस तर्क के समर्थन में कहा गया है कि चुनाव को त्योहार की तरह मनाना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसमें भागीदारी करें। कहा गया है कि दिसंबर में शादी के सीजन की वजह से एनआरआई भी अपने घर आए हुए होते हैं।

वहीं कांग्रेस ने संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी लगाने व वीवीपैट के 10 फीसदी वोट गिनकर ही परिणाम घोषित करने की मांग रखी थी।

गौरतलब है कि लगभग 70 लाख की जनसंख्या वाले इस खूबसूरत राज्य में चुनाव की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। राज्य में 24 लाख 98 हजार 173 जहां पुरूष मतदाता हैं वहीं 24 लाख 7 हजार 492 महिला मतदाताओं की संख्या है। 12 जिलों वाले इस पर्वतीय राज्य में पर्यटन और बागवानी राज्य के मुख्य आर्थिक श्रोत हैं।

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