कुरान पर कुछ कहे तो सर तन से जुदा, लेकिन हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ…, जानिए रामचरितमानस विवाद पर क्या बोले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह?

शिक्षा मंत्री के बयान के बाद उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है।

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Giriraj Singh: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर (फाइल फोटो)
Giriraj Singh: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर (फाइल फोटो)

Giriraj Singh: कुछ दिन पहले बिहार के शिक्षा मंत्री और राजद नेता प्रो. चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर ‘विवादित’ टिप्पणी कर दिया था। उसके बाद से उनके खिलाफ बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देशभर में विरोध हो रहा है। लोगों की मांग है कि शिक्षा मंत्री ने हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ पर जो विवादित टिप्पणी की है, उसके लिए वे माफी मांगे। लोग प्रो. चंद्रशेखर की इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं। वहीं, अब इस रामचरितमानस विवाद पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बयान दिया है।

Giriraj Singh
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Giriraj Singh- हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ के खिलाफ बोलना बन गया है फैशन

दरअसल, रविवार को केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह पटना में थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए रामचरितमानस पर हुए विवाद पर अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा “जैसे भागवत गीता हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ है वैसे ही कुरान मुस्लिमों का पवित्र ग्रंथ है। कुरान को लेकर कोई कुछ नहीं बोलता है क्योंकि सर तन से जुदा कर दिया जाता है।” गिरिराज सिंह ने आगे कहा “हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ के खिलाफ बोलना आज के समय में फैशन बन गया है।”

क्या है पूरा मामला?
बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने गत दिनों रामचरितमानस को लेकर टिप्पणी कर दी थी। उन्होंने इसे नफरत फैलाने वाला बताया था। शिक्षा मंत्री ने कहा था “मनुस्मृति, रामचरितमानस, गुरु गोलवलकर की बंच ऑफ थॉट्स… ये किताबें ऐसी किताबें हैं जो नफरत फैलाती हैं। नफरत से देश महान नहीं बनेगा, प्यार देश को महान बनाएगा।” प्रो. चंद्रशेखर ने नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए ये टिप्पणियां की थी। शिक्षा मंत्री के इस बयान के बाद उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है।

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