भारतीय बैंक और ईडी इस समय काफी सचेत हैं। विजय माल्या के भागने के बाद अब मोदी सरकार भी किसी भी तरह का और नुकसान नहीं झेलना चाहती इसलिए किसी भी कारोबारी या नेता द्वारा किया गया किसी भी प्रकार के घपले से वो अब काफी सचेत हो गई है। ताजा मामला अब 5000 करोड़ का है। जी हां, प्रवर्तन निदेशालय ने 5 हजार करोड़ रुपये की कथित बैंक धोखाधड़ी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग केस के तहत एक कारोबारी गगन धवन को गिरफ्तार किया है। खास बात ये है कि यह कारोबारी कांग्रेस नेताओं का काफी करीबी बताया जाता है।  यह मामला गुजरात की एक फार्मा कंपनी तथा कुछ अन्य हवाला सौदों से संबंधित है।

गगन पर पैसों के हेराफेरी के ढेरों आरोप लगे हैं। साथ ही उसपर यह भी आरोप लगा है कि उसने काले धन को सफेद करवाने में बैंकों के कई अधकारियों और कई नेताओं को घूस दिया है। जांच एजेंसियों को काफी दस्तावेज भी मिले हैं जिनसे पता चलता है कि गगन ने काफी लोगों को पैसे बांटे हैं। इन दस्तावेजों के मुताबिक गगन ने IRS सुभाष चंद्रा को 30 लाख और IAS मानस शंकर रे को 40 लाख रुपये दिए थे। धवन का नाम गुजरात आधारित कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक लिमिटेड केस में सामने आया था। सीबीआई ने कंपनी पर धोखाधड़ी के मामले में तमाम दस्तावेज जब्त किए थे, जिसमें गगन धवन का नाम भी सामने आया। इस कंपनी के खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज किया है।

इस मामले में दिल्ली पुलिस के कई बड़े अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। सीबीआई ने हाल में स्टर्लिंग बायोटेक और उसके निदेशकों चेतन जयंतीलाल संदेसरा, दीप्ति चेतन संदेसरा, राजभूषण ओमप्रकाश दीक्षित, नितिन जयंतीलाल संदेसरा और विलास जोशी, चार्टर्ड अकाउंटेंट हेमंत हाथी, आंध्रा बैंक के पूर्व निदेशक अनूप गर्ग और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ भी कथित बैंक धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। गगन धवन को 2 बजे के बाद पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां उसे पूछताछ के लिए रिमांड पर दिए जाने की मांग की जाएगी।

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