फ्रांस के नीस शहर में गुरूवार को 21 वर्षीय युवक ने तीन लोगों को चाकू से घोप कर मार दिया। घटना नीस शहर के चर्च के भीतर हुई है। खबर के अनुसार युवक हाथ में कुरान की कॉपी और चाकू लेकर चर्च में घुसा था। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, हमलावर की पहचान ट्यूनीशिया के नागरिक के रूप में हुई है। जिसे फ्रांस ने शरणार्थी बनाया था।  फ्रांस में दो माह के भीतर ये तीसरी घटना हुई है।

इस घटना से दुनिया भर में लोग निंदा कर रहे हैं। फ्रांस में लोग डरे हुए हैं। साथ ही आरोपी युवक के खिलाफ गुस्सा भी है।

इस सबस से परे मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने बेहद विवादित बयान दिया है। महातिर ने ट्वीट कर के लिखा, खफा मुस्लिमों को फ्रांस के लाखों लोगों को मारे का अधिकार है।

भारत के नागरिको को भड़काने वाले जाकिर नाइक ने भी इस मसले पर विवादित बयान दिया है जाकिर ने ट्वीट कर के लिखा, “लेकिन अल्लाह के दूत को गाली देने वालों को एक दर्दनाक सजा मिलेगी”

अपने एक ट्वीट में महातिर ने लिखा, “फ्रांस में एक टीचर का गला 18 साल के लड़के ने काट दिया। लड़का इस बात से क्रोधित था कि टीचर ने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाया था। टीचर अभिव्यक्ति की आजादी को दर्शना चाहता था।”

महातिर लिखते हैं, हत्या एक ऐसा कृत्य जिसका समर्थन एक मुस्लिम के तौर पर मैं नहीं कर सकता हूं। हालांकि में अभिव्यक्ति की आजादी में यकीन करता हूं, लेकिन मैं नहीं समझता कि इसमें दूसरों का अपमान करना भी शामिल होता है।

एक अन्य ट्वीट में महातिर लिखते हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों पर हमला बोलते हुए महातिर ने लिखा है- ‘मैक्रों यह नहीं दिखा रहे हैं कि वह सभ्य हैं। वह अपमान करने वाले स्कूल टीचर की हत्या करने पर इस्लाम और मुस्लिमों पर आरोप लगाकर पुराने विचार दिखा रहे हैं। यह इस्लाम की सीख में नहीं है।’

पूर्व पीएम ने आगे कहा, ‘हालांकि, धर्म से परे, गुस्साए लोग हत्या करते हैं। फ्रांस ने भी इतिहास में लाखों लोगों की हत्या की है जिनमें से कई मुस्लिम थे।” इसके बाद उन्होंने लिखा, “मुस्लिमों को गुस्सा होने और इतिहास में किए गए नरसंहारों के लिए फ्रांस के लाखों लोगों की हत्या करने का हक है।”

ट्विटर ने डिलीट किया ट्वीट

हालांकि ट्विटर ने उनका यह ट्वीट नियमों का उल्लंघन करने वाला बताते हुए डिलीट कर दिया। इसके बाद भी मताहिर नहीं रुके उन्होंने अगला ट्वीट किया, हालांकि कुल मिलाकर अभी मुस्लिमों ने आंख बदले आंख के कानून को नहीं अपनाया है। मुस्लिम ऐसा नहीं करते हैं और फ्रेंच को भी ऐसा नहीं करना चाहिए। फ्रांसिसियों को अपने लोगों को यह सिखाना चाहिए कि वे कैसे दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें।

हमलावर इटली के रास्ते आया

बता दें कि, नाइस मेटिन अखबार ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि आरोपी युवक का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। हमला करने के लिए हमलावर इटली के रास्ते आया है। वह लैम्पेदुसा के इतालवी द्वीप से चलकर 20 सितंबर को इटली पहुंचा और फिर 9 अक्टबर को पेरिस पहुंचा।

नोट्रेड्रम चर्च में हमले को अंजाम देने वाला हमलावर पुलिस द्वारा पकड़े जाने के दौरान घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस वारदात स्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर वर्ष 2016 में बास्तील डे परेड के दौरान एक हमलावर ने ट्रक को भीड़ में घुसा दिया था, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हो गई थी।

दो पुलिस अधिकारियों ने नाम का खुलासा नहीं करते हुए कहा कि माना जा रहा है कि वारदात को हमलावर ने अकेले अंजाम दिया। 

हमलावर ने कहा ‘अल्लाह अकबर’

नीस के मेयर क्रिस्चियन एस्त्रोसी ने कहा, ‘हमलावर घायल होने के बाद भी बार-बार ‘अल्लाह अकबर’ चिल्ला रहा था। एस्त्रोसी ने ही बीएफएम टेलीविजन को बताया कि हमले में दो लोगों की मौत हुई है, दो की चर्च में जबकि बुरी तरह से घायल तीसरे व्यक्ति ने वहां से भागने के दौरान दम तोड़ा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here