सोशल मीडिया के मुख्य प्लेटफार्मों में से फेसबुक के कुछ शेयरहोल्ड़र्स ने इसके संस्थापक मार्क जुकरबर्ग पर अध्यक्ष पद छोड़ने का दबाव बढ़ाते हुए कहा है कि अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद एक ही व्यक्ति के पास नहीं रहना चाहिए। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि जुकरबर्ग के अध्यक्ष रहते हुए कई विवाद हुए हैं और वह उन्हें सही तरह से निपटाने में असमर्थ रहे हैं। जुकरबर्ग को बोर्ड के प्रति अधिक जवाबदेह होने की आवश्यकता है।

शेयरहोल्डर्स में निजी कंपनी  ट्रिलियम एसेट मैनेजमेंट और कई अमेरिकी निवेशक शामिल हैं। उन्होंने बुधवार को कहा था कि अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद एक व्यक्ति के पास नहीं होना चाहिए।  इल्लिनोइस स्टेट ट्रेजर के माइकल फ्रेंरिच्स ने कहा, “जुकरबर्ग के काम-काज के तरीके से निवेशों को घाटे का खतरा लगातार बढ़ रहा है।” उन्होंने कहा,” अब बदलाव का समय आ गया है। हम निवेशकों के विश्वास की बहाली और शेयर की मूल्यों की रक्षा के  लिए जुकरबर्ग को निदेशक मंडल के प्रति और अधिक जवाबदेह देखना चाहते हैं।”

अगले साल  मई में फेसबुक शेयरहोल्डर्स की वार्षिक बैठक के दौरान जुकरबर्ग के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने की योजना है लेकिन जुकरबर्ग को पद से हटाना आसान नहीं है। फेसबुक की ओर से इसी साल अप्रैल में जारी एक रिपोर्ट में कहा गया था कि श्री जुकरबर्ग और उनके सहयोगी दलों के पास वोटिंग राइट्स के 70 प्रतिशत अधिकार हैं।

उल्लेखनीय है कि फेसबुक पर डाटा को लेकर  कैंब्रिज एनालिटिका के बाद  बिना यूजर्स की अनुमति के डाटा पर निगरानी रखने का आरोप लगा है। फेसबुक का कहना है कि इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है लेकिन यह मामला अब कैलिफॉर्निया के शीर्ष कोर्ट में पहुंच गया है। कैंब्रिज एनालिटिका को लेकर भी जुकरबर्ग को अमेरिकी  सीनेट ने तलब किया था। डेटा लीक मामले में जुकरबर्ग को सीनेट के समक्ष  बयान देना पड़ा।

साभार,ईएनसी टाईम्स

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