चुनाव आयोग ने 2019 के लोकसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान से पहले अपनी तैयारियों शुरू कर दी है। आयोग ने राज्यों से 28 फरवरी तक सभी प्रशासनिक तैयारी और तबादलों की प्रक्रिया पूरा कर लेने को कहा है। आयोग ने सभी राज्यों के चीफ सेक्रेटरी को लेटर भेजकर कहा गया है कि फरवरी के बाद कोई ट्रांसफर नहीं होगा।
अंतिम समय में होने वाले तबादलों की जानकारी आयोग को दी जाएगी। माना जा रहा है मार्च के पहले हफ्ते में आयोग चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है। चुनाव अप्रैल-मई में संभावित हैं। आयोग ने सभी राज्यों से 15 फरवरी तक 10 बिंदुओं पर जवाब देने को कहा है, जिससे तैयारी के स्तर का पता चलेगा।
सूत्रों के अनुसार, आयोग ने आम चुनाव से जुड़ी तैयारियां कर ली हैं। अब सुरक्षा व्यवस्था को ही अंतिम रूप देना बचा है। इसके लिए गृह मंत्रालय से एक दौर की बातचीत हो गई है। कहां कितने अर्धसैनिक बल चाहिए, यह तय करने के बाद ही निश्चित होगा कि कितने चरणों में कहां और कब चुनाव होंगे। फरवरी के दूसरे हफ्ते में गृह मंत्रालय की बैठक में इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
आम चुनाव के साथ राज्यों में विधानसभा चुनाव कराने की तैयारी भी चल रही है। सूत्रों के अनुसार, आयोग ने भी इस बारे में तैयारी कर रखी है। बीजेपी की ऐसी योजना है कि जिन राज्य में अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने वाले हैं, वहां लोकसभा के साथ ही चुनाव करा दें।