क्या थी नौरोजी की वेल्थ ड्रेन थ्योरी, जिसने भारत में अंग्रेजी लूट का किया था पर्दाफाश ? ‘ग्रैंड ओल्डमैन’ ने गिनाए थे ये 6 कारण…

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ग्रैंड ओल्डमैन ऑफ इंडिया के नाम से मशहूर दादाभाई नौरोजी की आज पुण्यतिथि है। नौरोजी राजनेता के अलावा कारोबारी, विद्वान और लेखक भी थे। वे तीन बार कांग्रेस अध्यक्ष भी रहे। यही नहीं वे ब्रिटेन की संसद में सांसद भी रहे। उन्हें उनकी वेल्थ ड्रेन थ्योरी के लिए भी जाना जाता है।

दादाभाई नौरोजी का सिद्धांत उस लूट पर आधिरत था जो कि अंग्रेजों द्वारा भारत में मचाई जा रही थी। ब्रिटिश राज में भारत को लूट अंग्रेज अपनी तिजोरियां भर रहे थे। दरअसल ये सिद्धांत तब सामने आया जब नौरोजी ने ये काम अपने जिम्मे उठाया कि वे पता लगाएंगे कि भारत को ब्रिटिश राज से कितना लाभ हो रहा है। अपने सिद्धांत से नौरोजी ने साबित किया कि अंग्रेज भारत को लूटने का काम कर रहे हैं।

नौरोजी ने 6 कारण बताए कि आखिर भारत में आर्थिक बदहाली क्यों है:

  1. पहला कारण ये था कि भारत की सत्ता पर विदेशी ताकतें काबिज थीं। यहां का कामकाज ब्रिटेन से चलाया जा रहा था।
  2. भारत में विदेश से मजदूर नहीं लाए जा रहे थे बल्कि यहां के लोगों से ही मजदूरी कराई जा रही थी। यहां तक कि अंग्रेज भारत में किसी भी तरह की पूंजी का निवेश नहीं कर रहे थे।
  3. अंग्रेज सत्ता पाने के लिए जो भी युद्ध करते या हिंदुस्तान में राज चलाने के लिए जो भी कामकाज करते उसका खर्च आम हिंदुस्तानी की जेब से निकलता था।
  4. ब्रिटिश साम्राज्यवाद के विस्तार का खर्च भी भारत की जनता के कंधों पर लादा जा रहा था।
  5. भारत के योग्य लोगों को तरजीह देने की जगह ब्रिटेन के लोगों को हिंदुस्तान में उच्च पद और उसके मुताबिक वेतन दिया जाता था।
  6. जिन लोगों को अच्छा वेतन मिलता वे उसे देश के बाहर खर्च करते।

नौरोजी की किताब ‘पूवर्टी एंड अनब्रिटिश रूल इन इंडिया’ में बताया गया है कि कैसे भारत को लूट अंग्रेज अपनी तिजोरियां भर रहे हैं। कुछ लोगों का मानना था कि अंग्रेजों ने भारत को रेल के जरिए आधुनिक बनाया लेकिन सच्चाई ये थी कि अंग्रेजों ने ऐसा इसलिए किया जिससे कि भारत को और अधिक लूटा जा सके। मसलन रेलवे से की जाने वाली कमाई ब्रिटेन भेजी जाती थी। नौरोजी ने बताया कि क्यों अंग्रेज भारत की स्वाधीनता के दुश्मन हैं। अगर भारत स्वाधीन हो गया तो अंग्रेज भारत को लूट नहीं सकेंगे।

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