समाजवादी पार्टी के नेता गायत्री प्रजापति के कारनामों का पूरा चिठ्ठा अभी खुला भी नहीं था कि एक और खादी बदनाम हो गई है। अब दुष्कर्म के आरोप में पुलिस ने मंगलवार को पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व विधायक डॉ. अय्यूब को गिरफ्तार कर लिया है।

चुनाव के दौरान ही गायत्री और अय्यूब के अलग-अलग मामले सुर्खियों में आए थे। गायत्री पर चित्रकूट की एक महिला और अय्यूब पर लखनऊ की एक छात्रा ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। डॉ. अय्यूब के खिलाफ मड़ियांव थाने में मुकदमा बहुत पहले से ही दर्ज था लेकिन अब जाकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि अय्यूब को बयान दर्ज कराने के बहाने सीओ कार्यलय बुलाया गया। जिसके बाद अय्यूब शाम को कार्यलय पहुंचे और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अय्यूब पर युवती से दुष्कर्म करने के साथ-साथ हत्या का मामला भी दर्ज है। अय्यूब को गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय में पेश किया गया। जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। अय्यूब को दुष्कर्म के आरोप सही पाए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया। हालांकि अय्यूब की गिरफ्तारी में काफी समय लगा है जिसके चलते प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई है।

अय्यूब के खिलाफ पीड़ित युवती के भाई ने 25 फरवरी मड़ियांव थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी। एफआईआर में युवती के भाई ने बताया कि वर्ष 2012 में विधानसभा चुनाव में अपने लिए प्रचार करते हुए डॉ. अयूब खान संतकबीरनगर स्थित उसके घर आए थे। जहां वह युवती को नौकरी के बहाने अपने साथ ले गए। साथ ही अय्यूब ने युवती को लखनऊ स्थित एक कॉलेज में बीएससी नर्सिंग में दाखिला दिलाया। जिसके बाद जब भी वह लखनऊ जाते तो युवती का शोषण करते। इतना ही नहीं, उन्होंने युवती को मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान युवती की 24 फरवरी को मौत हो गई थी।

हैरान करने  वाली बात यह है कि देश के कई बड़े नेताओं पर दुष्कर्म  सहित कई अन्य आपराधिक मामलों में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं लेकिन इसके बावजूद प्रशासन उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने में कोताही बरतता नजर आता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here