प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन के वास्ते भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शामिल होने के लिए पेशकश के बीच तमिलनाडु में विपक्षी द्रमुक ने शुक्रवार को भाजपा से किसी भी प्रकार के तालमेल की संभावना को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया। द्रमुक के प्रमुख एम के स्टालिन ने यहां जारी बयान में कहा,“मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि द्रमुक कभी भी भाजपा के साथ सहयोगी नहीं बनेगा।”

स्टालिन ने पीएम मोदी की पांच जिलों के भाजपा बूथ कार्यकर्ताओं के साथ गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान की गयी उस टिप्पणी को ‘आश्चर्यजनक’ और ‘अजीब’ करार दिया , जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी 20 साल पहले दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ओर से दिखाई गई राजनीतिक संस्कृति को अपना रही है और अपने पुराने दोस्तों को के लिए गठबंधन के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा खुले हैं।

उन्होंने कहा कि मोदी ने वाजपेयी, जिन्हें पूर्व मुख्यमंत्री एवं द्रमुक के दिवंगत प्रमुख एम करूणानिधि ‘सही व्यक्ति गलत पार्टी में’ बताते थे, से अपनी तुलना कर ना केवल ‘हास्यास्पद’ बल्कि ‘अजीब’ वारदात को अंजाम दे रहे हैं, जो शायद उनके चुनाव अभियान रणनीति का भी खुलासा करता है।

द्रमुक नेता ने पीएम मोदी के पिछले साढ़े चार वर्षों के शासन काल की चर्चा करते हुए कहा इस दौरान पीएम मोदी ने देश की एकता को मजबूत करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया, नफरत के बीज बोए, सामाजिक न्याय को दफन कर दिया, खुद को पिछड़े वर्गों और आदिवासियों का मित्र कहते हुए तमिलनाडु के हितों की अनदेखी की, संघवाद के सिद्धांतों को दबा दिया और सभी सरकारी संस्थानों को पैरों तले दबा दिया।

-साभार, ईएनसी टाईम्स

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