अपने विवादित बयानों की वजह से अक्सर सुर्ख़ियों में रहने वाले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह एक बार फिर अपने ट्वीट की वजह से चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर गंभीर आरोप लगाये हैं। आपको बता दें की कांग्रेस ने हाल ही में दिग्विजय सिंह को गोवा प्रभारी पद से भी हटा दिया था। गोवा में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद गोवा के प्रभारी रहे दिग्विजय सरकार बनवाने में असफल रहे थे। जिसके बाद उनकी काफी किरकिरी हुई थी।
ताज़ा विवाद दिग्विजय के उस ट्वीट के बाद सामने आया जिसमे उन्होंने तेलंगाना पुलिस पर मुस्लिम युवकों को ‘‘कट्टरपंथी’’ बनाने और उन्हें प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया। दिग्विजय के इस ट्वीट के बाद तेलंगाना पुलिस ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। तेलंगाना पुलिस ने दिग्विजय से इस बयान के लिए माफ़ी मांगने या सबूत पेश करने की मांग की है।
Telangana Police has set up a bogus ISIS site which is radicalising Muslim Youths and encouraging them to become ISIS Modules.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 1, 2017
अपने दूसरे ट्वीट में दिग्विजय ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव का नाम लेते हुए लिखा है कि क्या यह नैतिक है? क्या केसीआर ने तेलंगाना पुलिस को मुस्लिम यूथ को फंसाने और उन्हें आईएसआईएस में शामिल कराने का अधिकार दे रखा है?
Is It Ethical ? Is it Moral ? Has KCR authorised Telangana Police to trap Muslim Youths and encourage them to join ISIS ?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 1, 2017
तीसरे ट्वीट में दिग्विजय ने लिखा है कि तेलंगाना पुलिस ने एक बोगस आईएसआईएस वेबसाइट बनाई है। जिसके माध्यम से वह मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बना रही है और उन्हें आईएसआईएस का माड्यूल बनने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
The issue is whether Telangana Police should be trapping Muslim Youths in becoming ISIS modules by posting inflammatory information?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 1, 2017
दिग्विजय यहीं नहीं रुके उन्होंने अपने इन आरोपों का जवाब मांगते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने ऐसा किया है तो क्या उन्हें जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफ़ा नहीं देना चाहिए?
If he has then shouldn’t he own the responsibility and resign ?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 1, 2017
दिग्विजय ने उत्तरप्रदेश चुनाव के दौरान लखनऊ में हुए एनकाउंटर और मध्यप्रदेश में ट्रेन में हुए बम धमाके पर भी सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने कहा कि यह मेरी जानकारी में है कि तेलंगाना पुलिस के इनपुट पर ही यह कारवाई की गई थी।
It was on their information that MP Police arrested accused who were responsible for the bomb blast in train in Shajapur District of MP
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 1, 2017
दिग्विजय के इस बयान के बाद एक बार फिर राजनीतिक बवाल मचना तय माना जा रहा है। हालांकि सोशल मीडिया पर अपेक्षा के अनुसार लोग उन्हें अपने अपने अंदाज़ में जवाब दे रहे हैं।
@digvijaya_28 I am ready to believe you of trapping Muslim Youth, But want to know whether Police was not involved in such activities in Congress regime.?
— Amjed Ullah Khan MBT (@amjedmbt) May 1, 2017
@digvijaya_28 no, they wanted to trap who r joining ISIS, again u trying to politicise the issue,
— JAI HIND (@VastradRaju) May 1, 2017
कुल मिलाकर देखें तो ऐसे सवालों और गलत बयानी से सुर्ख़ियों में रहने वाले दिग्विजय को अब कांग्रेस भी गंभीरता से लेती नजर नहीं आ रही है। यही वजह है कि दो राज्यों के प्रभारी रहे दिग्विजय को कुछ दिन पहले ही पार्टी ने पद से हटा दिया। इसके अलावा राहुल के अध्यक्ष बनते ही उनका महासचिव पद जाना भी लगभग तय है। ऐसे में सुर्ख़ियों में बने रहने का बस यही एक जरिया है ।