आम आदमी पार्टी विवादों के चलते अक्सर सुर्खियों में बनी रहती है। ‘आप’ पार्टी पर हिसार के राजकीय कॉलेज मैदान में हुई रैली को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। ‘आप’ पर आरोप लगाया है कि रैली में भीड़ दिखाने के लिए बहादुरगढ़ से 350 रुपये की दिहाड़ी देकर लोगों को लाया गया था। वहीं रैली के बाद पैसा नहीं मिलने पर इन लोगों ने हंगामा करना शुरु कर दिया। वहीं इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए ‘आप’ ने इसे उनको बदनाम करने की साजिश बताया इसके साथ ही ‘आप’ ने बीजेपी पर ‘आप’ की टोपी पहनकर प्रदर्शन का आरोप लगाया।
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने रविवार को हिसार में प्रदेश स्तरीय रैली आयोजित की थी। रैली को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संबोधित किया। रैली के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की तरफ से अलग-अलग जगह से भीड़ जुटाने के लिए ड्यूटी लगाई गई थी। रैली खत्म होने के बाद शाम पांच बजे ओल्ड कोर्ट कॉम्प्लेक्स में हंगामा हो गया।
रैली में दो बसों से आए लोगों ने नेता से बस में ही पैसे देने की मांग की। जिसके बाद पैसा न मिलने पर लोगों ने जमकर हंगामा किया। लोगों का हंगामा देख उक्त नेता वहां से चलते बने। उसी दौरान लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के दौरान लोग अपना पैसा देने की मांग उठा रहे थे।
रैली में दिहाड़ी पर आए लोगों ने ‘आप’ पर पैसे न देने का आरोप लगाया। हंगामें के दौरान बड़ी मुश्किल से बस ड्राइवर व पार्टी के लोगों ने उन्हें समझाया और बहादुरगढ़ पहुंचते ही पैसा देने का आश्वासन दिया। इसके बाद ये लोग बसों में सवार होकर रवाना हुए।
आम आदमी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए ‘आप’ के प्रदेश अध्यक्ष नवी जयहिंद ने कहा कि हिसार में इतनी बड़ी रैली से बीजेपी सहित अन्य विपक्षी दल बौखला गए हैं। आज जो मजदूरों को पैसे देकर रैली में लाने की बात की जा रही है दरअसल ये बीजेपी के आदमी थे जिन्होंने आम आदमी पार्टी की टोपी पहनकर प्रदर्शन किया। हमारी इतनी औकात नहीं है कि हम पैसे देकर किसी को लाएं।