Meghalaya के पूर्व सीएम मुकुल संगमा का कहना है कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के साथ विलय करने का फैसला किया है। मुकुल संगमा ने आज मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “कांग्रेस देश में मुख्य विपक्षी दल की भूमिका निभाने में विफल रही है।” उन्होंने कहा, ’17 विधायकों ने सामूहिक रूप से अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है…राज्य के प्रति प्रतिबद्धता ने बाकी सब चीजों को पीछे छोड़ दिया है… जहां तक विपक्ष की भूमिका का सवाल है, हम अपने कर्तव्य में विफल हो रहे हैं।’
पूर्वोत्तर में कांग्रेस को तोड़ने की साजिश- अधीर रंजन चौधरी
संगमा ने कहा कि लोगों की सेवा के प्रति प्रतिबद्धता की पूर्ण भावना ने हमें यह निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया है। 2018 के विधानसभा चुनावों में, हमें सरकार बनाने का भरोसा था, लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके। फिर से, चुनाव के बाद हमारे सदस्यों को हथियाने की कोशिशें की गयीं। वहीं मामले पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कांग्रेस को तोड़ने की ये साजिश सिर्फ मेघालय में ही नहीं, बल्कि पूरे पूर्वोत्तर में हो रही है।
‘प्रशांत किशोर के इशारे पर कांग्रेस को तोड़ा जा रहा’
कांग्रेस विधायकों के टीएमसी में शामिल होने पर उन्होंने कहा, ‘ मैं सीएम ममता बनर्जी को चुनौती देता हूं कि पहले उन्हें टीएमसी के चुनाव चिह्न पर जितवाएं और फिर औपचारिक रूप से अपनी पार्टी में उनका स्वागत करें। यह सब प्रशांत किशोर और टीएमसी के नेता लुइज़िन्हो फलेरियो कर रहे हैं। हमें इसकी जानकारी थी।’
‘पीएम मोदी ने ममता को ईडी से डरा दिया’
कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर वह (ममता बनर्जी) अभी सोनिया गांधी से मिलती हैं, तो पीएम मोदी नाराज हो जाएंगे। ईडी द्वारा उनके भतीजे को तलब किए जाने के तुरंत बाद उनकी हरकतें बदल गईं। इससे पहले उन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर बीजेपी के खिलाफ मिलकर लड़ने की बात कही थी।