सीएम दरबार में तबादले की मांग को लेकर निलंबित की गई शिक्षिका के मामले में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने महिला शिक्षिका को नियमों का हवाला देते हुए ट्रांसफर नहीं होने की तक बात कही थी। लेकिन उत्तराखंड में नियम जैसे आम आदमी के लिए नियम ही हैं जबकि खास रसूख रखने वाले नेताओं की पत्नियों के लिए कोई नियम नहीं है।

अपनों के ट्रांसफर पर कांग्रेस-बीजेपी साथ-साथ?

सत्ता का रसूख सरकार की ट्रांसफर पॉलिसी पर सिर चढ़कर बोलता है। शिक्षिका उत्तराखंड पंत बहुगुणा को विभाग लंबे समय से अनुपस्थित रहने का दोषी बता रहा है। लेकिन केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री की पत्नी के मामले में विभाग नोटिस तक जारी नहीं कर रही है। वहीं धारचूला से कांग्रेसी विधायक हरीश धामी ने जानकारी दी है कि, केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री और अल्मोड़ा पिथौरागढ़ संसदीय सीट से सांसद अजय टम्टा की पत्नी पिछले 3 साल से छुट्टी पर हैं। लेकिन, शिक्षा विभाग उनसे कोई सवाल नहीं पूछता। साफ है कि सरकार और शिक्षा विभाग के नियम सिर्फ आम आदमियों के लिए हैं रसूखदारों के लिए नहीं। ट्रांसफर-पोस्टिंग के इस काले खेल में कांग्रेस-बीजेपी के नेताओं में कोई मतभेद नहीं है।

एक तरफ सीएम त्रिवेंद्र रावत शिक्षिका उत्तरा पंत बहुगुणा को नियमों के तहत उनका अपने जनपद से बाहर तबादला करने के नियम बताते हैं। लेकिन नेताओं की पत्नियों के लिए कानून बदलने और तोड़ने में समय नहीं लगता है। खुद सीएम त्रिवेंद्र रावत की पत्नी सुनीता रावत 1996 से देहरादून में पोस्टेड हैं। लेकिन, बीजेपी नेता मुन्ना सिंह चौहान कहते हैं कि, नियमों के तहत ही सभी को पोस्टिंग दी गई हैं। लेकिन जनपदों के सुगम स्थानों पर ही कई सालों से वो कैसे काबिज हैं, इसका जवाब बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान के पास नहीं है।

आईये देखते हैं कि, उत्तराखंड में किन-किन नेताओं की पत्नियां और अन्य संबंधी सत्ता के रसूख के चलते कई सालों से सुगम स्थानों में तैनात हैं।

  • सीएम त्रिवेंद्र रावत की अध्यापक पत्नी सुनीता रावत वर्ष 1996 से देहरादून में पोस्टेड हैं।
  • प्रदेश के वित्त मंत्री प्रकाश पंत की पत्नी चंद्र पंत 2008 से देहरादून में पोस्टेड हैं।
  • टिहरी से बीजेपी विधायक धन सिंह नेगी की पत्नी अनीता नेगी 2009 से देहरादून में पोस्टेड हैं।
  • कांग्रेस के पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी की पत्नी सुशीला नेगी 2014 में देहरादून पहुंचीं
  • पूर्व शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी के साले सुरेंद्र डंगवाल वर्षों से देहरादून डाइट में पोस्टेड
  • मंत्री प्रसाद नैथानी के दामाद भी देहरादून में कई सालों से पोस्टेड हैं।
  • बीजेपी उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला की पत्नी को स्पेशल पोस्टिंग, शिकायत प्रकोष्ठ में पद सृजित कर देहरादून में दी गई पोस्टिंग
  • राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी की पत्नी हल्द्वानी एमबीपीजी डिग्री कॉलेज से दिल्ली पहुंचीं। दिल्ली के उत्तराखंड स्थानिक आयुक्त कार्यालय में पोस्टिंग दी गई
  • केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा की पत्नी सोनम टमटा पिछले 3 साल से छुट्टी पर गवर्नमेंट इंटर कॉलेज जुम्मा तहसील धारचूला से छुट्टी पर, शिक्षा विभाग चुप

शिक्षिका उत्तरा पर ऐक्शन तो बाकियों पर क्यों नहीं?

इन आंकड़ों से साफ है कि, उत्तराखंड शिक्षा विभाग के नियम आम लोगों के लिए अलग और रसूखदार नेताओं की पत्नियों के लिए अलग-अलग हैं। इस खेल में कांग्रेस से लेकर बीजेपी तक के नेताओं के हाथ काले हैं। जहां जिसे मौका मिला अपनी पत्नियों और रिश्तेदारों के सुगम इलाकों में ट्रांसफर करवाये हैं।

                                                                                                                    एपीएन ब्यूरो

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here