चीन ने कहा है कि वह वित्तीय संकट से निपटने के लिए पाकिस्तान की आर्थिक मदद करने को तैयार है, लेकिन इस मुद्दे पर अभी और चर्चा की जरूरत है। संयुक्त अरब अमीरात के अखबार खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग तथा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की बीजिंग में शनिवार को हुई बैठक के बाद चीन के उपविदेश मंत्री कांग जुआनयू ने यह बातें कही। उन्होंने कहा, “दोनों पक्षों ने मूल रूप से स्पष्ट कर दिया है कि चीनी सरकार वर्तमान आर्थिक कठिनाइयों को दूर करने में पाकिस्तान को आवश्यक सहायता प्रदान करेगी। निश्चित मुद्दे पर दोनों देशों के अधिकारी विस्तृत रूप से चर्चा करेंगे।”
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग से मुलाकात की और रणनीतिक रिश्तों को मजबूत बनाने पर चर्चा की। इसके बाद दोनों देशों ने 16 करार पर हस्ताक्षर किए।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष पाकिस्तान के विदेशी भंडार में 42 प्रतिशत की गिरावट आयी है और अब वह लगभग आठ अरब डॉलर या दो महीने से कम की आर्थिक सुरक्षा के सहारे खड़ा है। पाकिस्तान ने हाल के वर्षों में चीन से अज्ञात शर्तों पर अरबों डॉलर का ऋण लिया है।
खान अपनी पहली चीन यात्रा पर शुक्रवार को पहुंचे। उनकी इस यात्रा का मकसद दोनों देशों के बीच कई अरब डॉलर के सीपीईसी को लेकर मतभेदों को दूर करना है। इसके अलावा पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री अन्य मित्र देशों से संपर्क कर रहे है ताकि उसे कड़े शर्तों पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से राहत राशि नहीं लेनी पड़े। खान का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री ली केकियांग ने कहा, ‘आप कह सकते हैं कि चीन और पाकिस्तान हर वक्त के साझीदार हैं। हमारे बीच बहुत अधिक राजनीतिक विश्वास है और सभी क्षेत्रों में करीबी सहयोग संबंध है। चीन अपनी विदेश नीति के तहत हमेशा से पाकिस्तान को प्राथमिकता देता आया है। आपकी यात्रा से दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे।