बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्र और राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकारें अपने वादे पूरे करने में विफल रही हैं और इसे छिपाने के लिए राम मंदिर का मुद्दा उठाया जा रहा है। सुश्री मायावती ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा की सरकार केंद्र में पांच साल पूरे करने वाली है लेकिन उसने पचास प्रतिशत वादे भी पूरे नहीं किये हैं इसलिए आम जनता का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा और उसके सहयोगी संगठन राम मंदिर का मुद्दा उठा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा और श्री मोदी वर्ष 2014 में किए वादों को पूरा करने में विफल रहे हैं। मोदी जानते यह हैं और उन्हें लग रहा है कि वह सत्ता में वापस नहीं आएंगे। एक सवाल के जवाब में मायावती ने कहा कि शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद द्वारा अयोध्या में किया जा रहा आयोजन एक साजिश का हिस्सा है। असफलताओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए राम मंदिर मुद्दा उठाया जा रहा है। अगर उनकी मंशा अच्छी होती तो वे पांच साल तक इंतजार नहीं करते।
बसपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भीम आर्मी और ऐसे कुछ अन्य संगठन दलित हितों की आड़ में विपक्षी दलों के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “ पता चला है कि भीम आर्मी और ‘बहुजन यूथ मिशन 2019-नेक्स्ट पीएम बहनजी’ जैसे संगठन पर्दे के पीछे हमारे विरोधी दलों के लिए काम कर रहे हैं। ये बसपा विरोधी संगठन भोले-भाले लोगों से कह रहे हैं कि वे बहनजी को पीएम बनाएंगे।’”
मायावती ने कहा कि ऐसे संगठन बसपा का नाम लेकर दलित समाज को गुमराह कर रहे हैं और अपना धंधा चला रहे हैं। इतना ही नहीं लोगों से बसपा को मजबूत करने के नाम पर ये पैसा भी जुटा रहे हैं।
-साभार, ईएनसी टाईम्स