मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे पर पुलिस ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। हालांकि इस बारे में अरजीत चौबे ने सफाई देते हुए कहा कि मैं भागा नहीं हूं और न ही मैं भागूंगा लेकिन मैं सरेंडर भी नहीं करूंगा। क्योंकि मैंने कुछ गलत नहीं किया है इसलिए मैं समाज और लोगों के बीच में हूं और मैं जल्द ही अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट जाउंगा।

अर्जित ने कहा, ‘मैं न्यायालय की शरण में हूं, मैं कहीं नहीं भागा हूं और खोजना उन्हें पड़ता है जो कहीं गायब गए हों। मैं समाज के बीच में हूं और मैं अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट जाउंगा।’  बता दें कि पुलिस की अपील पर भागलपुर कोर्ट ने अर्जित शाश्वत चौबे समेत 9 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है। अर्जित शाश्वत पर बिना प्रशासन के इजाजत के शोभा यात्रा निकालने के साथ ही भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। प्रशासन का तर्क है कि अर्जित के कारण ही भागलपुर के नाथनगर में सांप्रदायिक दंगा होते होते बचा। गिरफ्तारी का वारंट जारी होने के बावजूद अर्जित शाश्वत चौबे पटना में खुलेआम हाथों में तलवार लिए नजर आए।

इस मामले में केंदीय मंत्री यानि आरोपी अर्जित शाश्वत के पिता अश्विनी चौबे ने अपने बेटे को बेकसूर बताते हुए क्षेत्र के अधिकारियों पर दंगाईयों के लिए नरम रुख रखने और बेवजह बेटे पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही। साथ ही पुलिस अधिकारियों पर ही कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि कोई भी जांच हो जाए बेटा बेकसूर निकलेगा। चौबे ने राजद और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर राज्य का माहौल खराब करने का आरोप लगाया।

वही इस मामले में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘कि अरिजीत शाश्वत लगातार नीतीश कुमार को चुनौती दे रहा है। वह नीतीश कुमार का मजाक बना रहा है। मिस्टर सीएम की धरती पर कानून व्यवस्था कहां है? इतने कायर मत बनिए। वह दंगा भड़काने के मामले में वांटेड है। यह नीतीश सरकार के लिए शर्मनाक है।’

बता दे, तेजस्वी यादव ने इस मामले में लगातार कई ट्वीट करते हुए बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा

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