बालासोर ट्रेन हादसे में CBI का बड़ा एक्शन, सिग्नल जेई आमिर खान का मकान सील

सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे की शिकार हुई- रेलवे बोर्ड

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Balasore Train Accident
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Balasore Train Accident:ओडिशा के बालासोर में इस महीने की शुरुआत में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ था, जिसमें 288 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 1000 से अधिक लोग जख्मी हो गए थे। रेलवे ने इस मामले को सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की थी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सीबीआई जांच की जानकारी दी थी। अब जांच एजेंसी ने बालासोर ट्रेन हादसा मामले में बड़ा एक्शन लिया है। सीबीआई ने सिग्नल जेई आमिर खान के मकान को सील कर दिया है। बताया जा रहा है कि सिग्नल जेई आमिर खान अपने परिवार के साथ फरार है। उसकी तलाश भी की जा रही है। इस हादसे को लेकर अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं कोई इसे सामान्य हादसा बता रहा है तो कोई इसे साजिश कह रहा है। फिलहाल मामले में सीबीआई की जांच जारी है।

Balasore Train Accident
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Balasore Train Accident:घटनास्थल पर पहुंचे थे पीएम मोदी

आपको बता दें कि इस महीने की शुरुआत में 2 जून शाम करीब साढ़े सात बजे ओडिशा के बालासोर में भीषड़ रेल हादसा हो गया था। इस हादसे की चपेट में एक, दो नहीं बल्कि तीन ट्रेन आ गई थीं, जिनमें से दो सवारी गाड़ी और एक मालगाड़ी थी। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। देश-विदेश में लोग इस घटना को सदी की सबसे बड़ी रेल दुर्घटना बताने लगे। हादसे के अगले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद घटनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने सबसे पहले दुर्घटनास्थल पर जाकर स्थिति का जायजा लिया था। उसके बाद पीएम घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे थे। वहां उन्होंने रेल हादसे में जख्मी लोगों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना था। पीएम मोदी के अलावा दुर्घनास्थल पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीय, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी समेत तमाम लोग पहुंचे थे।

सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे की शिकार हुई- रेलवे बोर्ड
बालासोर ट्रेन हादसे को लेकर रेलवे बोर्ड ने तब प्रेस वार्ता की थी। रेलवे बोर्ड की संचालन और व्यवसाय विकास सदस्य जया वर्मा सिन्हा ने कहा था,”बहानागा स्टेशन पर 4 लाइने हैं। इसमें 2 मेन लाइन है। लूप लाइन पर एक माल गाड़ी थी। स्टेशन पर ड्राइवर को ग्रीन सिग्नल मिली थी। दोनों गाड़ियां अपने पूरे गति पर चल रही थी। प्रारंभिक जांच में लग रहा है कि सिग्नल में गड़बड़ी हुई है। घटना की चपेट में सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस आई थी।”
उन्होंने बताया कि यह ट्रेन शालीमार से चेन्नई को जा रही थी और इसकी स्पीड 128 किमी प्रति घंटा थी। जया सिन्हा ने आगे कहा,”हम अभी भी रेलवे सुरक्षा आयुक्त की विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई।”

उन्होंने बताया,”मालगाड़ी पटरी से नहीं उतरी। चूंकि मालगाड़ी लौह अयस्क ले जा रही थी, इसलिए सबसे ज्यादा नुकसान कोरोमंडल एक्सप्रेस को हुआ। यह बड़ी संख्या में मौतों और चोटों का कारण है। कोरोमंडल एक्सप्रेस की पटरी से उतरी बोगियां डाउन लाइन पर आ गईं और यशवंतपुर एक्सप्रेस की आखिरी दो बोगियों से टकरा गईं, जो डाउन लाइन से 126 किमी/घंटा की गति से पार कर रही थी।”

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