कांग्रेस उपाध्यक्ष जाते हैं लोगों का दुख बांटने लेकिन उल्टा लोग ही उन्हें दुखी कर देते हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बनासकांठा गए राहुल गांधी को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों का विरोध इतना कि उनपर पत्थर से हमला भी किया गया जिससे उनकी गाड़ी का कांच टूट गया। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम में उनको कोई नुकसान पहुंचा किंतु इस पूरे से सियासत गर्मा गई है। जहां कांग्रेस के लोगों का कहना है कि पत्थर फेंकने वाले मोदीभक्त थे वहीं भाजपा का कहना है कि ये स्थानीय लोगों का गुस्सा था जो राहुल गांधी पर फूटा।
शुक्रवार को राहुल गांधी गुजरात के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बनासकांठा जिले में पहुंचे। वहां उन्होंने पीड़ित लोगों का दुख बांटने पहुंचे थे। किंतु उन्होंने सोचा भी नहीं था कि उनके साथ इस तरह का हादसा हो जाएगा। लोगों को संबोधित करने के दौरान कुछ लोगों ने उनके गाड़ी पर पथराव करना शुरू कर दिया। पत्थर कार के पीछे वाले शीशे में लगी जिससे शीशा चकनाचूर हो गया। इस दौरान राहुल गांधी के साथ प्रदेश के प्रभारी अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी और अर्जुन मोढवाडिया भी थे। इस दौरान राहुल गांधी को काले झंडे भी दिखाए गए।
इस पर राहुल गांधी ने कहा कि ‘आने दो, आने दो, ये काले झंडे यहां लगाने दो, घबराए हुए लोग हैं ये, फर्क नहीं पड़ता हमें।’ कांग्रेस नेता मनु सिंघवीं ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी पर भाजपा के गुडों ने सीमेंट की ईटों से हमले किया। इस हमले की कड़ी निंदा होनी चाहिए। उधऱ पत्थर फेंकने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। बता दें कि इस समय गुजरात, असम, समेत आधा भारत भीषण बाढ़ से ग्रसित है। कुछ दिन पहले पीएम मोदी ने भी बाढ़ ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया था।