भारतीय रेलवे द्वारा ‘रेल स्वच्छ मिशन’ के तहत बिहार के मधुबनी रेलवे स्टेशन की तस्वीर इन दिनों बदली सी दिखाई दे रही हैं। मधुबनी स्टेशन कभी भारत के गंदे स्देशनों में शुमार था आज इस स्टेशन की दीवारों और फुटओवर ब्रिज पर यहां की परंपरागत मधुबनी पेंटिंग बनाई गई है। इस वजह से बिहार का ये स्टेशन लोगों के आकर्षण का केंद्र बिंदु बना हुआ है। दूर-दूर से लोग इन पेंटिंग्स को देखने आते हैं।
मधुबनी स्टेशन की काया पलट करने में 225 कलाकारों की मेहनत है इन्होंने साथ मिलकर इसको तैयार किया है। इन कलाकारों में ज्यादातर महिलाएं शामिल थीं। इन कलाकारों ने दो महीने तक बिना वेतन के इस पेंटिंग पर काम किया।
पेंटिंग बनाने के ज्यादातर कलाकारों में महिलाएं शामिल थीं। इसमें उन्होंने नए पारंपरिक त्योहार, पर्यावरण, परिवार, महिला और खेत खलिहान, भगवान राम और गणेश के बेहद कलात्मक पेंटिंग प्रदर्शित की हैं।
बता दें कि भारतीय रेलवे ने ‘रेल स्वच्छ मिशन’ के तहत इस स्टेशन में सफाई अभियान चलाया था, जिसमें कलाकारों ने वेतन की मांग न करते हुए 14 हजार वर्ग फीट की दीवार तो ट्रेडिशनल मिथिला स्टाइल में पेंट किया।
सामाजिक कार्यकर्ता, सुलभ इंटरनेशनल के फाउंडर और स्वच्छ रेल मिशन के ब्रैंड ऐंबेसडर बिंदेश्वर पाठक ने मधुबनी स्टेशन के वेटिंग रूम में बनी इस पेंटिंग का निरीक्षण किया। उन्हें यह बेहद पसंद आई।
इसी तरह ‘मेरा स्टेशन मेरी शान’ प्रॉजेक्ट के तहत आगरा के राजा मंडी रेलवे स्टेशन की दीवारों पर मॉडर्न आर्ट उकेरी गई है। यहां ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्रियों का समय पेंटिंग निहारते हुए अच्छा बीतता है।
रेलवे प्रशासन ने इसके लिए ललित कला संस्थान के छात्रों को इस प्रॉजेक्ट में शामिल किया था। छात्रों ने अपने हुनर से स्टेशन की रंगत बदलने के बाद इसे एक आर्ट गैलरी में तब्दील कर दिया है।