अखिलेश यादव सरकार की योजनाओं पर योगी सरकार का वार लगातार जारी है। अब योगी सरकार पूर्व की अखिलेश यादव सरकार की एक और योजना पर कैंची चलाने जा रही है। योगी सरकार सभी योजनाओं से अल्पसंख्यक कोटे को खत्म करने की तैयारी कर रही है। यूपी सरकार के समाज कल्याण विभाग की तमाम योजनाओं में अल्पसंख्यकों को दिया जाने वाला 20 प्रतिशत कोटा खत्म होगा। लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या सरकार का ये कदम मुस्लिम समुदाय के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उचित है और क्या सरकार के इस कदम से बीजेपी की मुस्लिम विरोधी वाली छवि को बल नहीं मिलेगा।

सोमवार 22 मई को एपीएन न्यूज के खास कार्यक्रम मुद्दा में अल्पसंख्यक कोटे को लेकर लिए गए यूपी सरकार के नये निर्णय पर चर्चा हुई। इस अहम मुद्दे पर चर्चा के लिए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल थे। इन लोगों में गोविंद पंत राजू (सलाहकार संपादक, एपीएन), उम्मेद सिंह (प्रवक्ता बसपा), अनिला सिंह (प्रवक्ता यूपी बीजेपी), ओंकार नाथ सिंह (महासचिव यूपी कांग्रेस) व फिरोज बख्त अहमद (मुस्लिम शिक्षाविद) शामिल थे।

गोविंद पंत राजू ने कहा कि जब ये योजना लागू की गई थी उसका उद्देश्य यह था कि समाजवादी पार्टी की जो सरकार है वो अल्पसंख्यकों के पक्ष में खड़ी है। ये दिखाने की कोशिश उस समय की गई थी। समाजवादी पार्टी ने एक खास एजेंडे के तहत इस योजना को लागू किया था। असलियत में ये कितना लागू हुआ कुछ जिलों को छोड़कर इसका कितना लाभ हुआ यह भी एक जांच का विषय होना चाहिए लेकिन जिस तरह से मौजूदा सरकार इसको हटाना चाहती है उसमें सही संदेश देने की कोशिश नहीं कर रही है।

अनिला सिंह ने कहा कि सबसे सर्वोपरी संविधान है। कोई भी ऐसी प्रथा कोई भी सरकार अपने राजनीतिक वोटबैंक के लिए चलाना चाहती है क्या वो ठीक है। ये जो काम समाजवादी पार्टी ने किया था सत्ता में आते ही क्या वो संविधान के अनुसार था। बीजेपी का नारा एक ही है सबका साथ सबका विकास ।

फिरोज बख्त अहमद ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि मुस्लिम समुदाय बहुत ही ज्यादा पिछड़ा हुआ है। 60 साल कांग्रेस की सरकार थी मुसलमानों का कितना भला कर पायी। यही काम यूपी में अखिलेश यादव ने किया कहा था 18 प्रतिशत देंगे लेकिन दे नहीं पाये। आरक्षण गरीबों को देना चाहिए उसमें हिन्दू-मुस्लिम कोई भी आये। आरक्षण के कारण मुसलमानों का नुकसान हुआ है। योगी जी का ये अच्छा आदेश है। सबका बराबर उत्थान होना चाहिए। सबको साथ लेकर चलने की जो नीति है उस पर ईमानदारी से चलना चाहिए।

ओंकार नाथ सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यकों के प्रति बीजेपी का क्या रुख है ये किसी से छुपा नहीं है। वो सबका साथ सबका विकास की बात तो करते हैं मगर वो सबका विकास नही करेंगे। पिछली सरकारों से गलतियां हुई होगीं जिसकी वजह से विकास नहीं हो पाया।

उम्मेद सिंह ने कहा कि इनकी कथनी और करनी में अंतर होता है। ये मुसलमानों को डराने का काम कर रहे हैं उनको कमजोर करने का काम कर रहे हैं। किसी भी काम को करने के लिए इच्छा शक्ति का होना बहुत जरुरी है। कितनी बड़ी विडंबना है कि किसानों की खेती का समय हो गया है बैंक कर्ज माफ करके कुछ नहीं हो पा रहा है। बैंक ना NOC  दे रहे हैं ना लोन दे रहे हैं। आप यहां कि हालत देखिए कानून व्यवस्था बद से बदतर हो गई है।

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