दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने के उपरांत भारतीय पर्वतारोही और दो बेटियों की मां अंशु जामसेनपा ने कई कीर्तिमान रच दिए हैं। बता दें कि अंशु एवरेस्ट पर पांच बार तिरंगा फहराने वाली पहली भारतीय महिला के साथ पांच दिन में दूसरी बार एवरेस्ट पर फतह हासिल करने वाली दुनिया की पहली महिला बन चुकी हैं। अंशु के अरुणाचल आने के बाद उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज होगा। इससे पहले यह रिकॉर्ड 2012 में नेपाली पर्वतारोही चूरियम शेरपा के नाम था। उन्होंने माउंट एवरेस्ट पर दोबारा पहुंचने के लिए सात दिनों का वक़्त लिया था।

pउधर, नेपाल सरकार के पर्यटन विभाग के अधिकारी ज्ञानेंद्र श्रेष्ठ ने अरुणाचल प्रदेश की अंशु जामसेनपा (32) की इस उपलब्धि की पुष्टि की है। अंशु के पति टी.वांग के मुताबिक,’अंशु ने 16 मई को चौथी बार एवरेस्ट शिखर पर भारतीय तिरंगे को फहराया था। लेकिन शुक्रवार को उन्होंने पुन: एवरेस्ट पर चढ़ाई शुरु कर दी और रविवार की सुबह नेपाली पर्वतारोही के ग्रुप के साथ शिखर पर जा पहुंची।‘ टी.वांग यही नहीं रूके उन्होंने आगे बताया कि अंशु ने पहली बार ऐसा नहीं किया है, दरअसल 12 और 21 मई 2011 के बीच भी महज दस दिनों में दो बार अंशु ने दो बार यह उपलब्धि हासिल की थी जबकि 18 मई 2013 को अंशु को तीसरी सफलता मिली थी।

दलाई लामा ने किया अंशु को रवाना

एवरेस्ट पर फतह करने से पहले दो अप्रैल को अंशु ने तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा से मुलाकात कर कहा,’मेरा लक्ष्य अब माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराना और भगवान बुद्ध को नमन करना है, इसके लिए मैं अपने देशवासियों से आर्शीवाद और समर्थन मांगती हूं।’ जिसके बाद खुद दलाई लामा ने अंशु को गुवाहाटी से रवाना किया था। साथ ही अरुणाचल प्रदेश के कई मठों और मंदिरों में अंशु के लिए प्रार्थनाएं आयोजित की गईं थी।

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