जहां एक तरफ सरकार महंगाई और गरीबी को खत्म करने की बात कर रही है, बड़े बड़े वादे कर रही है तो वहीं दो महीनो में दूसरी बार सिलेंडर के दाम बढ़ा कर अपने वादों को झूठा भी साबित कर दिया है। जी हाँ अब बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में 86 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोत्तरी की गई है। 86 रुपये के इजाफे के बाद अब प्रति सिलेंडर के दाम 737.50 रुपये हो गए हैं।
बढ़ी हुई कीमत की घोषणा पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस मिनिस्ट्री द्वारा की गई है। इसके साथ ही कामर्शियल गैस सिलेंडर पर 149.50 रुपये और पांच किलो वाले छोटे सिलेंडर पर 30.50 रुपये का इजाफा हुआ है।
आप को बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बीते अक्टूबर के बाद से लगातार बढ़ रहे हैं। इसी का हवाला देकर कंपनियों ने सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि की है। सितंबर 2016 में दिल्ली में बिना-सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 466.50 रुपये का था। उसके बाद से छह किस्तों में यह 271 रुपये यानी 58 प्रतिशत महंगा हो चुका है। लेकिन इन बढ़ी हुई कीमतों का असर उन लोगो पर नहीं पड़ेगा जो सब्सिडी पा रहे हैं।
सरकार ने होली से ठीक पहले ये झटका दे कर होली की खुशियों को कम कर दिया है। अब जनता को अपने किचन के बजट को ध्यान में रख कर खर्चा करना होगा। अब आप रिश्तेदारों और दोस्तों को खाने पर बुलाने से पहले एक बार अपने किचन का बिगड़ा बजट जरुर जांच लें।
देश पहले ही महंगाई की मार झेल रहा था और अब इन बढ़ी हुई कीमतों ने कमर तोड़ दी है। अब जनता को केंद्र सरकार द्वारा किये गये वादे खोखले लगने लगे हैं और क्या इन्ही अच्छे दिनों की बात पीएम मोदी अपने हर भाषण में करते हैं?