कुछ दिन पहले यूपी विधानसभा में पाए जाने वाले विस्फोटक पदार्थ पीईटीएन मामले ने नया मोड़ ले लिया है। आगरा के फॉरेंसिक लैब ने अपनी जांच में बताया है कि यूपी विधानसभा में पाए जाने वाला पाउडर पीईटीएन जैसा किसी भी प्रकार का विस्फोटक पदार्थ नहीं था। वहीं योगी सरकार ने इस बवाल पर उठे सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जब सरकार ने आगरा लैब में पदार्थ को जांच के लिए भेजा ही नहीं तो जांच रिपोर्ट किस बात की? यूपी सरकार का कहना है कि यूपी विधानसभा में मिला पाउडर पीईटीएन ही था।

यूपी सरकार का कहना है कि लखनऊ के फॉरेंसिक लैब की प्रारम्भिक जांच में इस पाउडर के शक्तिशाली विस्फोटक पीईटीएन होने की पुष्टि हुई थी । वहीं खबरों के मुताबिक  डिप्टी डायरेक्टर एके मित्तल की अगुवाई में 4 वरिष्ठ वैज्ञानिकों की टीम ने पाउडर की जांच की थी और जांच में पाया गया कि पाउडर में किसी भी प्रकार का विस्फोटक पदार्थ था। बता दें कि विधानसभा में विस्फोटक मिलने की जानकारी के बाद यूपी एटीएस ने इसके नमूने आगरा और हैदराबाद भेजे थे। इससे पहले सीएम की बम डिस्पोजल टीम की जांच में पाउडर के विस्फोटक होने की पुष्टि नहीं हुई थी।

यूपी सरकार का यह भी कहना है कि आगरा की लैब में इस प्रकार के पदार्थ की जांच करने के लिए पर्याप्त उपकरण भी नहीं है। गौरतलब है कि 12 जुलाई को यूपी विधानसभा में विधायकों के बैठने के स्थान पर पाउडर टाइप का प्रदार्थ मिला था। लखनऊ के फॉरेंसिक लैब में जांच के बाद पता चला कि ये पीटीईएन नामक विस्फोटक पदार्थ है। अब कौन सही है और कौन गलत, ये अब एनआईए के जांच के बाद ही पता चलेगा।

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