मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर यहां आयोजित गरिमामय समारोह में भव्य परेड की सलामी लेंगे। कमलनाथ राज्य में मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार यहां भव्य और आकर्षक परेड की सलामी लेंगे। इसके लिए तैयारियां अंतिम चरणों में है।

इसके पहले वर्ष 2004 में तत्कालीन भाजपा शासन के दौरान गणतंत्र दिवस पर तत्कालीन मुख्यमंत्री उमा भारती ने छिंदवाड़ा में भव्य परेड की सलामी ली थी। उस समय सुश्री भारत कांग्रेस के दस वर्षों के शासन का अंत कर दिसंबर 2003 में मुख्यमंत्री पद पर काबिज हुयी थीं। वहीं अब पंद्रह साल बाद कांग्रेस को सत्ता में वापस लाने वाले सांसद कमलनाथ दूसरे मुख्यमंत्री हैं, जो 2019 में छिंदवाड़ा में गणतंत्र दिवस परेड की सलामी लेंगे।

यह भी संयोग है कि दो बार की कांग्रेस सरकार (1993 से 2003 तक) को सत्ता से बेदखल करने के लिए भाजपा हाईकमान ने तेजतर्रार नेता सुश्री उमा भारती को विधानसभा चुनाव के पहले चुनाव अभियान की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी थी। तब सुश्री भारती ने छिंदवाड़ा के प्रसिद्ध जाम सावली, हनुमान मंदिर से पूजा कर अपना चुनाव अभियान प्रारंभ किया था।

वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव के बाद वर्ष 2004 में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा की नजर कांग्रेस के गढ़ छिंदवाड़ा पर भी थी। इसलिए सुश्री भारती ने अनेक कदम उठाने के साथ ही छिंदवाड़ा में गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा लिया था। इसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने छिंदवाड़ा से अपने विश्वासपात्र भाजपा नेता प्रहलाद पटेल को श्री कमलनाथ के मुकाबले उतारा, लेकिन भाजपा को विजय नसीब नहीं हुयी।

वहीं राज्य में पंद्रह वर्ष के भाजपा शासन का अंत करने के लिए कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने वर्ष 2018 में विधानसभा चुनाव के सात माह पहले प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान छिंदवाड़ा सांसद एवं वरिष्ठ नेता कमलनाथ को सौंपी और चुनाव के बाद उनके नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी। यह संयोग ही है कि इस बार गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री के रूप में नौ बार के सांसद कमलनाथ भव्य एवं आकर्षक परेड की सलामी लेंगे।

-साभार, ईएनसी टाईम्स

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