प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजाक उड़ाने वाले नीतिश कुमार सरकार के मंत्री अब्दुल जलील मस्तान को उनका मजाक भारी पड़ गया है। नोटबंदी के खिलाफ 22 फरवरी को पूर्णिया में आयोजित रैली में अब्दुल जलील ने जमकर प्रधानमंत्री का अपमान किया। अब्दुल ने प्रधानमंत्री की तस्वीर पर लोगों से जुते पडवाएं फिर भी उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने मंच पर अपशब्द कहते हुए पीएम को डकैत और नक्सली बताया।
जलील मस्तान की इस हरकत पर भाजपा आक्रामक हो गई है और सरकार से मंत्री को बर्खास्त करने की मांग पर अड़ गई है। बुधवार को बिहार विधानसभा में बीजेपी ने खुब हंगामा किया। सीएम नीतीश कुमार ने मंत्री की इस टिप्पणी को गलत बताया है पर बीजेपी ने साफ तौर पर कहा कि अगर जलील मस्तान को बर्खास्त नहीं किया गया तो वह सदन नहीं चलने देंगे। हालांकि अब्दुल ने अपने इस दिए हुए बयान मांफी मांगी है। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा की जिम्मेदार पद में बैठे नेता का इस तरह की बातें करना बिल्कुल सही नहीं है।
बिहार के उत्पाद मंत्री जलील मस्तान ने पहले इस बयान को पूरी तरह से गलत बताया और कहा कि जो भी कुछ हुआ था वो रैली में आए लोगों ने किया था पर एक वायरल हुए एक विडियो में उनकी रैली में किया गया सारा कारनामा जब सामने आया तो उन्होंने माफी मांगना ही बेहतर समझा। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने कहा कि मस्तान पर देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए तथा उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए, वहीं बीजेपी विधायक नितिन नवीन ने कहा कि ऐसा करके अब्दुल ने पीएम का नहीं पूरे देश का अपमान किया है। इसी के चलते बीजेपी ने बिहार विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू कर दिया जिसकी वजह से बाद में पूरी कार्यवाही को ही स्थगित करना पड़ा।