मणिपुर की फ्लोटिंग झील Loktak, पर्यावरण संतुलन और हरियाली की अनूठी मिसाल

Loktak: झील का निर्माण फुमदी वनस्पति, मिट्टी और अन्य कार्बनिक पदार्थों के मिलने से हुआ है। वैज्ञानिकों के अनुसार ये पदार्थ समय के साथ जम जाते हैं जो झील में स्वतंत्र रूप से तैरने वाले भूस्वामी से मिलते जुलते हैं।

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Loktak Lake top news today
loktak lake

Loktak:उत्‍तर पूर्व का खूबसूरत राज्‍य मणिपुर जो कई मायनों में बेहद खास है। यहां के प्राकृतिक नजारे, सुंदरता और बहुत कुछ।यहां एनवॉयरमेंट एंड इकोलॉजी इस तरह से मेंटेन है कि लोग यहां बार-बार आना चाहेंगे।इसी क्रम में यहां की मशहूर लोकटक झील का नाम भी आता है।

ये झील देखने में खूबसूरत होने के साथ एक अद्भुत विशेषता से भरी हुई है। लोकटक झील एक ऐसी झील है जिसे फ्लोटिंग झील के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि ये विश्व की एकमात्र ऐसी झील है जो तैरती हुई दिखाई देती है। आइये आपको बताते हैं लोकटक झील से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में। 

Loktak lake in Manipur hindi.
Loktak lake in Manipur.

Loktak: जानें झील की खासियत

Loktak: इस झील की खासियत इसकी सतह पर तैरते हुए वनस्पति और मिट्टी से बने द्वीप हैं।जोकि पूरी दुनियाभर में प्रसिद्ध है, जिन्हें “कुंदी” कहा जाता है। करीब 280 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैली झील पर सबसे बड़ा तैरता द्वीप “केयबुल लामजाओ” कहलाता है।

इसका क्षेत्रफल 40 वर्ग किलोमीटर है। जानकारी के अनुसार यहां संगइ नस्‍ल के हिरण पाए जाते हैं जो सिर्फ इसी जगह पर मौजूद हैं और एक विलुप्तप्राय प्रजाति माने जाते हैं।

Loktak: कैसे हुआ झील का निर्माण?

Loktak lake in Manipur top hindi news.
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झील का निर्माण फुमदी वनस्पति, मिट्टी और अन्य कार्बनिक पदार्थों के मिलने से हुआ है। वैज्ञानिकों के अनुसार ये पदार्थ समय के साथ जम जाते हैं जो झील में स्वतंत्र रूप से तैरने वाले भूस्वामी से मिलते जुलते हैं। इसी फ्लूमिडिस के कारण दुनिया की एकमात्र तैरती हुई झील भी कहा जाता है।विभिन्न प्रकार के जलीय पौधे और जानवर बिना आरक्षण के फलते फूलते हैं।

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