इन्फोसिस में टॉप मैनेजमेंट और सामन्य कर्मचारियों के बीच मुआवजे को लेकर गैप लगातार बढ़ रहा है। इसे दूर करने के लिए कंपनी बेहतर फैसला लेगी और इस समस्या से निपटने के लिए कंपनी मुआवजे की व्यवस्था का पुनर्गठन करेगी,यह बात इन्फोसिस के प्रवक्ता ने शनिवार को बेंगलुरु में आयोजित 36वीं सालाना जनरल मीटिंग के दौरान कही। मीटिंग में कंपनी ने बताया कि ऑटोमेशन के चलते 11,000 नौकरियां गई हैं। इसके अलावा प्रति एंप्लॉयी खर्च में भी 1.2 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि भविष्य में सॉफ्टवेयर बड़ी भूमिका निभाएंगे।

कंपनी के सीईओ शेषाशायी अगले साल मई में रिटायर होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि वे अपने उत्तराधिकारी को एक मजबूत विरासत सौंपकर जाएं। शेषाशायी ने बताया कि बोर्ड के संस्थापकों और प्रमोटर्स के साथ संबंधों में कोई मतभेद नहीं है, साथ ही फाउंडर्स की सलाह को बेहद गंभीरता और सम्मान से स्वीकार किया जाता है।

कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी  विशाल सिक्का के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2017 में संरक्षणवाद, नई प्रतिस्पर्धा, ग्राहकों की ओर से नई तकनीक की मांग जैसी चुनौतियां पैदा हुई हैं। सिक्का ने कहा कि पहले उनके सामने बाजार में बने रहने और बीपीओ बिजनेस को बढ़ाने की ही चुनौती थी किंतु अब नई चुनौतियां पैदा हो रही हैं और कंपनी को लगातार बाजार में अच्छा पदर्शन करना होगा।

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