आप नेता व दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़छाड़ की शिकायत को लेकर आवाज बुंलद की है। केजरीवाल ने एक न्यूज चैनल को दिए गए बयान में कहा कि मैं IIT का एक इंजिनियर हूं, मैं आपको ईवीएम को टैंपर करने के 10 तरीके बता सकता हूं। उन्होंने कहा, ‘चुनाव आयोग ने कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाया, जिससे आयोग के प्रति जनता में भरोसा लौट सके। आखिरकार आयोग को किस बात का भय सता रहा है? आखिर क्यों वह मशीनों की जांच नहीं कराना चाहते हैं? दिल्ली सीएम यही नहीं रुके उन्होंने आगे आयोग पर आरोप लगाया कि ‘ईवीएम पर तमाम रिपोर्ट्स को लेकर चुनाव आयोग आंखें मूंदकर बैठा है।  हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र में बीजेपी को मिली जीत पर हमने सवाल खड़े नहीं किए,हमने दिल्ली कैंट के चुनाव में भी नहीं बोला क्योंकि तब यह सिर्फ दिल्ली कैंट का ही मामला था, लेकिन अब सबूत सबके सामने हैं।’

गौरतलब है कि 11 मार्च को आए पांच विधानसभा राज्यों के परिणाम के बाद से विपक्षी पार्टियां लगातार ईवीएम की विश्वनीयता को लेकर सवाल उठा रही हैं। जिसके बाद ईवीएम को लेकर लगातार जारी इन आरोपों के मद्देनजर चुनाव आयोग ने विपक्ष के सामने ईवीएम को हैक करने के लिए खुली चुनौती रखी थी। चुनाव आयोग के एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, मई के पहले हफ्ते से विशेषज्ञ, वैज्ञानिक और टेक्नीशियन एक हफ्ते या 10 दिन के लिए आकर मशीनों को हैक करने की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह चुनौती केवल एक हफ्ते या 10 दिन के लिये रहेगी और इसमें विभिन्न स्तर होंगे। खबर के मुताबिक आयोग इस दौरान ईवीएम मशीनों को खोलकर भी उसमें छेड़छाड़ करने की इजाजत दे सकता है।

केजरीवाल ने EC को दी EVM को हैक करने की खुली चुनौती…..

ईवीएम की विश्वनीयता पर प्रश्नचिह्न खड़ा करते हुए केजरीवाल ने आयोग को चुनौती देते हुए कहा, ‘मैं आईआईटी का एक इंजिनियर हूं, मैं आपको ईवीएम को टैंपर करने के 10 तरीके बता सकता हूं। क्या आयोग मेरी इस खुली चुनौती को स्वीकार करेगा? केजरीवाल ने ईवीएम से कैसे छेड़छाड़ की जा सकती है का उदाहरण देते हुए कहा कि दो अलग-अलग कंपनियों द्वारा बनाई गई चिप्स को एक वायरस के माध्यम से चिप्स में डाला जा सकता है। उन्होंने चुनाव आयोग पर तंज करते हुए कहा कि मैं देखता हूं कि वह किस प्रकार कबाड़खानें से ईवीएम लाकर इसका इस्तेमाल कर रहे है। क्योंकि हाल ही में चुनाव आयोग ने फैसला किया था कि वह 2006 तक के सारे ईवीएम को चुनाव में नहीं उतारेंगे लेकिन वह अपने बातों से मुकरते हुए इन्हीं मशीनों को चुनाव में लाने जा रहे है।

केजरीवाल ने पहले भी EC को बताया था धृतराष्ट्र…..

10 अप्रैल सोमवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठाते हुए चुनाव आयोग को धृतराष्ट्र और बीजेपी को दुर्योधन बताया था। सीएम केजरीवाल ने कहा था कि आयोग किसी भी कीमत पर बीजेपी को सत्ता में देखना चाहता है। चुनाव के दौरान लगातार ईवीएम में गड़बड़ी के मामले सामने आ रहे हैं, पर उनकी जांच न करवा कर चुनाव आयोग आशंकाओं को जन्म दे रहा है। कुल मिलाकर देखा जाये तो उप चुनावों में हार के बावजूद भी केजरीवाल ईवीएम मुद्दे को लेकर हमलावर रुख में हैं ऐसे में सभी को इंतजार है कि आयोग के वर्कशॉप में केजरीवाल और अन्य विरोधी दल इसे कैसे साबित करते हैं। 

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