कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का कहना है कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता के “विश्वसनीय आरोपों” के बावजूद, कनाडा अभी भी भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
दुनिया भर में भारत के बढ़ते प्रभाव की ओर इशारा करते हुए ट्रूडो ने कहा कि यह “बेहद महत्वपूर्ण” है कि कनाडा और उसके सहयोगी भारत के साथ जुड़े रहें। ट्रूडो ने कहा कि उन्हें लगता है कि यह “बेहद महत्वपूर्ण” है कि कनाडा और उसके सहयोगी विश्व मंच पर भारत के बढ़ते महत्व को देखते हुए उसके साथ “रचनात्मक और गंभीरता से” जुड़ते रहें।
उन्होंने कहा, “भारत एक बढ़ती आर्थिक शक्ति है और महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक भूमिका रखता है। और जैसा कि हमने पिछले साल अपनी इंडो-पैसिफिक रणनीति प्रस्तुत की थी, हम भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने को लेकर बहुत गंभीर हैं।”
ट्रूडो कहा, “उसी समय, जाहिर तौर पर, कानून के शासन वाले देश के रूप में, हमें इस बात पर जोर देने की जरूरत है कि भारत को यह सुनिश्चित करने के लिए कनाडा के साथ काम करने की जरूरत है कि हमें इस मामले के पूरे तथ्य मिलें।”
उन्होंने कहा, “यह कुछ ऐसा है जिसे सभी लोकतांत्रिक देशों, कानून के शासन का सम्मान करने वाले सभी देशों को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।” बता दें कि ट्रूडो ने 18 सितंबर को कनाडाई हाउस ऑफ कॉमन्स को बताया कि कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार के एजेंटों पर निज्जर की हत्या के आरोपों की जांच कर रही हैं।
इसके बाद ट्रूडो ने भारत सरकार से “इस मामले की तह तक जाने के लिए” कनाडा के साथ सहयोग करने का आग्रह किया। हालाँकि, भारत ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और उन्हें ‘बेतुका’बताया है।
विशेष रूप से, ट्रूडो ने अभी तक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के दावे का समर्थन करने के लिए कोई सार्वजनिक सबूत उपलब्ध नहीं कराया है। ट्रूडो की टिप्पणियों से देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंध और भी खराब हो गए।
हत्या में भारतीय संलिप्तता के कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो के आरोपों के बाद भारत ने कनाडा में अपनी वीज़ा सेवाएं निलंबित कर दी हैं।
तनावपूर्ण संबंधों के बीच, भारत ने अपने नागरिकों और कनाडा की यात्रा करने वाले लोगों के लिए एक सलाह जारी की है कि वे देश में बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों और राजनीतिक रूप से समर्थित घृणा अपराधों और आपराधिक हिंसा को देखते हुए अत्यधिक सावधानी बरतें।