Bihar Violence: बिहार विधानसभा के बजट सत्र का 5 अप्रैल यानी आज आखिरी दिन है। लेकिन, आज भी सदन में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। बुधवार को जब बिहार विधानसभा की कार्यवाही चालू हुई, वैसै ही नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने विधानसभा में कहा कि ‘आज कार्यवाही का अंतिम दिन है, हमारी तरफ से कई गंभीर मुद्दे उठाए गए, लेकिन सरकार ने उन पर कोई संज्ञान नहीं लिया। इसके बाद रामनवमी पर सासाराम और नालंदा में उपद्रव हुआ और सरकार पूरी तरह से लापरवाह रही। बिहार सरकार हत्या, अपहरण और रंगदारी की घटनाओं को रोकने में विफल रही।’इसी दौरान विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने बीजेपी के विधायकों को बोलने से रोक दिया।
Bihar Violence: सीएम नीतीश ने क्या कहा?
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा, “सभी अधिकारी लगे हुए हैं। हर एक घर में जांच की जा रही है। कुछ दिन बाद सब पता चल जाएगा। यह सब(दंगा) जानबुझकर किया गया है। बिहार शरीफ में जो धंधा किया है, वो सब कुछ दिन बाद पता चल जाएगा। जांच चल रही है। 2 लोग हैं, एक राज कर रहा है और दूसरा उसका एजेंट है। वो दोनों मिलकर ये सब इधर-उधर कर रहे हैं।
सीएम नीतीश ने भाजपा पर साधा निशाना
नीतीश कुमार ने राज्य में हिंसा को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह प्रशासन की विफलता नहीं थी। राज्य में हर जगह कानून व्यवस्था की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। “राज्य में अब हर जगह शांति है। हम दोनों जगहों (नालंदा और रोहतास) में स्थिति पर नजर रख रहे हैं। यह प्रशासन की विफलता नहीं थी। कुछ लोगों ने जानबूझकर इस अशांति को साजिश के तहत पैदा किया है।
भाजपा के एजेंट हैं ओवैसी: नीतीश कुमार
एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि हैदराबाद एआईएमआईएम के सांसद वास्तव में ‘भाजपा के एजेंट’ हैं। कुमार ने आरोप लगाया कि ओवैसी और उनकी पार्टी अप्रत्यक्ष रूप से बिहार में भाजपा की मदद कर रही है। नीतीश कुमार ने पहले कहा था कि सासाराम और बिहार शरीफ कस्बों में रामनवमी उत्सव के दौरान सांप्रदायिक तनाव कुछ लोगों द्वारा “गड़बड़” में शामिल होने के कारण शुरू हुआ।
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