Prayagraj Violence: पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल है। 10 जून को लोग जुमे की नमाज के बाद सड़कों पर उतर आए और नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।प्रयागराज के अटाला चौराहे पर शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क गई थी। हिंसा का मुख्य आरोपी जावेद पंप को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उसके मोबाइल की जांच हुई। पुलिस ने दावा किया कि कई अहम सुराग मिले हैं। पुलिस इन सुरागों के जरिए मामले की तह तक जाकर छानबीन कर रही है। अब तक हिंसा में शामिल लगभग 65 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इसके अलावा घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग और सीसीटीवी (CCTV) फुटेज की मदद से हिंसा में शामिल बाकी लोगों की पहचान की कोशिश की जा रही है ताकि और गिरफ्तारियां हो सके। पुलिस ने 1000 लोगों के खिलाफ दंगा, आगजनी, धारा 144 का उल्लंघन करने, सरकारी काम में बाधा डालने, पुलिसकर्मियों पर हमला करने और सरकारी और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज किया है।
एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि उपद्रव करने के आरोप में खुल्दाबाद थाना में 29 गंभीर धाराओं में 70 नामजद और 5000 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप हिंसा फैलाने का मुख्य आरोपी, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। उन्होंने बताया कि जावेद के मोबाइल फोन में 10 जून को भारत बंद से जुड़ी और लोगों भड़काने वाली सामग्री मिली है।
Prayagraj Violence: नाबालिग बच्चों से चलवाए गए पत्थर
प्रयागराज के डीएम संजय खत्री ने बताया कि असामाजिक तत्वों ने पुलिस व प्रशासन की टीमों पर हमला करने के लिए नाबालिग बच्चों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। वीडियो फुटेज से पहचान कर गिरफ्तारियां हो रही हैं। उन्होंने बताया कि इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल और फोर्स मौजूद हैं।
जेएनयू में पढ़ रही बेटी पर भी नजर
एसएसपी ने बताया कि मोहम्मद जावेद की एक बेटी जेएनयू में पढ़ती है, जो जावेद को राय देने का काम करती है। अगर वह भी इस मामले में दोषी पाई गई तो दिल्ली पुलिस से संपर्क कर अपनी टीमें वहां भेजकर उसे हिरासत में लिया जाएगा।
अवैध संपत्तियों पर चलेगा बुलडोजर
डीएम संजय खत्री ने बताया कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण को गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी भेज दी गई है। जांच में अगर अगर उनकी कोई अवैध संपत्ति या कब्जा पाया जाएगा तो कार्रवाई करते हुए उस पर बुलडोजर चलाया जाएगा। इसके अलावा सभी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
फंडिंग के एंगल की भी होगी जांच
एसएसपी ने बताया कि धर्मगुरुओं, इमाम, पेशइमाम और तमाम आल्हा लोगों से बातचीत की गई थी लेकिन, उसके बावजूद हिंसा हुई। आशंका है कि इन्हें कहीं से फंड दी जा रही हो। उन्होंने कि इस मामले में हर आरोपी की कुंडली खंगाली जाएगी।
AIMIM कार्यकर्ताओं से हो रही पूछताछ
एसएसपी ने बताया मामले की पड़ताल के दौरान अभी तक सीधे तौर पर किसी भी राजनीतिक शख्स का नाम सामने नहीं आया लेकिन एआईएमआईएम के कुछ लोगों का नाम सामने आया है, जिनसे पूछताछ चल रही है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मीडिया को बताया कि उपद्रव के दौरान सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन भी प्रदर्शनकारियों ने बवाल काटा है, उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाया जाएगा साथ ही उनकी अवैध संपत्ति को जब्त किया जाएगा।