गाजियाबाद में बम की तरह फटा LED TV, 17 साल के लड़के की हुई मौत, जानें कैसे होता है इतना भयानक ब्लास्ट

लोकल कंपनियों में कोई क्वालिटी पैरामीटर नहीं होता है।

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LED TV Blast
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LED TV Blast: अभी तक तो हमने केवल स्मार्टफोन ही फटने की खबर सुनी थी, लेकिन पिछले दिनों दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद से दिल को दहला देने वाली घटना सामने आई। यहां एलईडी टीवी के फटने से एक 17 वर्षीय किशोर की मौत हो गई, वहीं मां-बेटे बुरी तरह से जख्मी हो गए। टीवी के फटने और इससे मौत होने के हादसे से सभी हैरान हैं। आइए जानते हैं कि कैसे होता है इतना भयानक ब्लास्ट और इसपर क्या कहते हैं एक्सपर्ट…

LED TV Blast: गाजियाबाद की घटना
LED TV Blast: गाजियाबाद की घटना

LED TV Blast: टीवी देखने के दौरान हुआ हादसा

घटना मंगलवार 4 अक्टूबर की बतायी गई। हर्ष विहार 2 में एक कमरे में दो दोस्त करण और ओमेंद्र टीवी पर कोई कार्यक्रम देख रहे थे, तभी कमरे में करण की मां ओमवती भी आ गई। इसके तुरंत बाद अचानक जोरदार धमाके के साथ एलईडी टीवी ब्लास्ट कर गया। धमाके में तीनों बुरी तरह से जख्मी हो गए। धमाके के बाद कमरे की एक दीवार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं, अन्य दीवारों में दरारे पड़ गईं। जोरदार धमाके को सुन आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया। हादसे के बाद नीचे कमरे में मौजूद करण का भाई सुमित और भाभी मोनिका सबसे पहले मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि करण, ओमवती और ओमेंद्र लहूलुहान जमीन पर पड़े थे। आनन-फानन में उन्हें दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में ले जाया गया। जहां ओमेंद्र की मौत हो गई।

धमाके से डर गए थे लोग

आसपास के लोगों ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि सभी डर गए। उन्हें लगा कि कहीं बम या सिलेंडर फट गया। वे तुरंत अपने घर से बाहर निकले और घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि जख्मी तीनों को अस्पताल ले जाया गया, जिसमें से एक की मौत हो गई। लोगों ने बताया कि धमाके के बाद कमरे की दीवार क्षतिग्रस्त हो चुकी थीं। सोफा, बेड समेत अन्य सामान खराब हो चुके थे। लोगों ने बताया कि क्षेत्र में वोल्टेज की समस्या रहती है। कभी हाई तो कभी लो वोल्टेज रहता है। उनका कहना था कि हाई वोल्टेज की वजह से टीवी फट गया होगा। हालांकि, हादसे की असली कारण क्या है, इसकी अभी जानकारी नहीं मिली है। वहीं, पुलिस मामले की छानबीन करने में जुट गई थी।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

एक्सपर्ट्स बताते हैं कि टीवी ब्लास्ट होने की आशंका बहुत कही कम होती है। इनका यह भी मानना है कि अगर टीवी ब्लास्ट भी हो जाए, तो वैसे में किसी की जान जाने वाली घटना नहीं होती है। हालांकि, गाजियाबाद की इस घटना ने कई प्रश्न खड़े कर दिए हैं। घटना को लेकर एक्सपर्ट्स बताते हैं कि लोकल या नॉन ब्रांडेड टीवी में ऐसी घटनाएं हो सकती हैं। वे इसका कारण टेस्टिंग के सही प्रॉसेस का न होना बताते हैं। वे कहते हैं कि लोकल कंपनियों में कोई क्वालिटी पैरामीटर नहीं होता है। लोग कई बार सस्ते की चक्कर में लोकल टीवी खरीद लेते हैं। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि लोकल टीवी में फायर ग्रेड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नहीं किया गया होता है और न ही उनकी टेस्टिंग हुई रहती है। यही वजह है कि ऐसे टीवीकिसी भी घटना को दावत दे सकते हैं। इसका दूसरा कारण उन्होंने हाई वोल्टेज का भी होना बताया।

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