पृथ्वी से टकराएगा G2-Level Solar Storm; जानें किन चीजों पर होगा असर…

0
250
G2-Level Space Storm
G2-Level Space Storm

G2-Level Space Storm: अंतरिक्ष में सूर्य की गतिविधि धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। जिसके कारण सूर्य प्लाज्मा और उच्च-तीव्रता वाली ऊर्जा के साथ बड़ी मात्रा में कोरोनल मास इजेक्शन सौर मंडल के कई ग्रहों की ओर भेज रहा है। इन ग्रहों में पृथ्वी भी शामिल है। दरअसल, दो दिन पहले CME फटने के बाद NASA और NOAA ने इसे ट्रैक कर के बताया है कि यह गुरुवार यानी कल पृथ्वी पर इसका असर पड़ सकता है। यह एक जिओ मैग्नेटिक तूफान का कारण बन सकता है जो हमारे इलेक्ट्रिक ग्रिड और संबंधित उत्पादों को नष्ट कर सकता है।

14 अप्रैल तक पृथ्वी की ओर होगा अग्रसर

G2-Level Space Storm: एक और जिओ मैग्नेटिक तूफान 48 घंटों के अंदर ही यानी 14 अप्रैल तक पृथ्वी की ओर अग्रसर होने वाला है। यह तूफान बिजली, जीपीएस और रेडियो ब्लैकआउट का कारण बन सकता है। National Aeronautics and Space Administration (NASA) और National Oceanic and Atmospheric Administration (NOAA) के अनुसार ये तेज सौर हवा की धारा गुरुवार को ग्रह के मैग्नेटिक फील्ड पर प्रभाव डालने से पहले चक्रवात की स्थिति पैदा कर सकता है।

आने वाला है G2-Level Space Storm

G2-Level Space Storm: Space Weather Physicist, Tamitha Skov ने ट्वीट किया, “G2 Level की स्थितियों की High Latitudes पर पहुंचने की संभावना 80 प्रतिशत है और मिड लैटिट्यूड पर पहुंचने की 20 प्रतिशत संभावना है। रेडियो ब्लैकआउट की कम उम्मीद है, लेकिन Amateur Radio Operators और जीपीएस उपयोगकर्ताओं को रात में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।”

High Latitudes पर रहने वाले हो जाएं सतर्क

G2-Level Space Storm: यदि ऐसा कुछ होता है तो High Latitudes वाले लोगों को ट्रांसफॉर्मर स्ट्राइक और रेडियो से संबंधित गतिविधियों के लिए सतर्क रहना पड़ेगा इस जिओ मैग्नेटिक तूफान से वोल्टेज में उतार-चढ़ाव, इलेक्ट्रिक उपकरणों और बिजली के तारों को क्षति हो सकती है। इसकी वजह से सैटेलाइट और अन्य कई स्पेसक्राफ्ट को भी क्षति होनी की संभावना है। वहीं, उत्तरी गोलार्ध के कुछ देश Aurora Borealis या Norther Lights को देखने में सक्षम होंगे।

CESSI ने भी किया ट्वीट

G2-Level Space Storm: भारत के Center Of Excellence In Space Sciences ने भी इसे लेकर अलर्ट जारी किया है। CESSI ने ट्वीट कर कहा है कि तूफान की रफ्तार 20,69,834 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। साथ ही ट्वीट में कहा गया है कि हमारा मॉडल फिट के अनुसार 14 अप्रैल, 2022 को 429-575 किमी/ सेकंड की गति से पृथ्वी को प्रभावित कर सकता है।

संबंधित खबरें:

NASA: अंतरिक्ष से आ रहा है एक बड़ा एस्टेरॉयड; क्या पृथ्वी को होगा इससे नुकसान?

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here