मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में एक जज की सोमवार (1 जनवरी) को स्थाई नियुक्ती हुई और 1 जनवरी को ही शाम में वह रियाटर हो गए। दरअसल जस्टिस वेदप्रकाश शर्मा सोमवार को ही स्थाई हुए और 3 घंटे बाद ही शाम को 5 बजे वह सेवानिवृत्त भी हो गए। अभी तक जस्टिस वेदप्रकाश शर्मा इंदौर हाईकोर्ट में अतिरिक्त जज के तौर पर काम कर रहे थे। सोमवार को उनका स्थाई नियुक्ति पत्र आया और उन्हें शपथ दिलाई गई लेकिन इत्तेफाक से सोमवार को ही उनकी सेवा का अंतिम दिन था।

बता दें कि जस्टिस वेदप्रकाश शर्मा अप्रैल 2016 में हाईकोर्ट के अतिरिक्त जज नियुक्त हुए थे और अपना काम कर रहे थे। अप्रैल 2016 के बाद सोमवार तक उनका कंफर्मेशन नहीं आया था। सोमवार को उनका सेवाकाल पूरा हो रहा था और शाम को विदाई होनी थी लेकिन उससे पहले उनका स्थाई नियुक्ति पत्र आया और दोपहर में जस्टिस वेदप्रकाश शर्मा को शपथ दिलाई गई।

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हेमंत गुप्ता के कक्ष में इंदौर खंडपीठ के अतिरिक्त जस्टिस वेदप्रकाश शर्मा को शपथ दिलाई गई। जस्टिस शर्मा को शपथ प्रशासनिक न्यायाधीश एस के सेठ ने दिलाई। शपथ दिलाने के दौरान जस्टिस एचपी सिंह, विजय कुमार शुक्ला, एस अभ्यंकर, अतुल श्रीधरन, राजीव कुमार दुबे, वंदना कासरेकर, नंदिता दुबे उपस्थित रहीं। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता आरके वर्मा, ट्रेजरार एसडी खान, हाई कोर्ट बार सहसचिव अमित जैन, बार काउंसिल की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मृगेंद्र सिंह, राधेलाल गुप्ता मौजूद रहे।

जस्टिस वेदप्रकाश शर्मा  के प्रोफाइल पर अगर एक नज़र डालें तो हाईकोर्ट रजिस्ट्रार पद से पदोन्नत जस्टिस वेदप्रकाश शर्मा का जन्म 2 जनवरी 1956 को आगरा में हुआ था। मध्यप्रदेश न्यायिक सेवा में चयनित हुए और इसके बाद 16 अप्रैल 1983 को वेदप्रकाश शर्मा ने द्वितीय श्रेणी मजिस्ट्रेट सिविल के तौर पर काम करना शुरु किया। बाद में वेदप्रकाश शर्मा को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल नियुक्त किया गया और वहां से 7 अप्रैल 2016 को उन्हें अतिरिक्त न्यायाधीश हाईकोर्ट बनाया गया।

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