पिछले 2 महीने से लाखों फेसबुक यूज़र्स और राजनेताओं की आलोचना झेल रहे फेसबुक के सीओ मार्क जुकरबर्ग ने अमेरिकी सीनेट के सामने माफी मांग ली है। अपनी गलती स्वीकारते हुए जुकरबर्ग बोले, मैं मानता हूं कि जो हुआ उसके लिए सिर्फ मैं जिम्मेदार हूं लेकिन यकीन मानिए मैं अपनी टीम के साथ मिलकर इस पर काम कर रहा हूं और मैं भरोसा दिलाता हूं कि हम पूरी कोशिश करेंगे कि भारत और अन्य देशों में होने वाले चुनाव निष्पक्ष ढंग से संपन्न हो। जुकरबर्ग ने कहा, कि कंपनी हर मुमकिन कोशिश कर रही है कि जो गलती हुई वो दोबारा न दोहराई जाए।

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वहीं इस मामले में जुकरबर्ग की माफी के बाफ केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार सुबह ट्वीट कर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला। रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट किया कि अब जब कैम्ब्रिज एनालिटिका के चुनावों में दखल देने की बात सच साबित हो गई है और फेसबुक ने कहा है कि वह कोशिश करेगा कि इसका भारत के चुनावों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए और वादा करना चाहिए कि वह भारतीय वोटर्स को प्रभावित नहीं करेंगे और समाज को बांटने की कोशिश नहीं करेंगे।

इस मामले में 33 वर्षीय फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग बुधवार को डाटा लीक मामले में अमेरिकी सीनेट की न्यायपालिका और वाणिज्य समितियों के समक्ष संयुक्त सुनवाई में उपस्थित हुए। जहां उन्होंने अपनी गलती कुबूलते हुए कहा, कि मैं पहले भी उपयोगकर्ताओं और जनता से कई बार माफी मांग चुका हूं, लेकिन यह मेरे करियर में पहली बार है जब मुझे संसद के सामने उपस्थित होना पड़ा हैं। बता दे, वह ब्रिटेन की डेटा फर्म कैम्ब्रिज एनालिटिका द्वारा कथित तौर पर फेसबुक यूजर्स की निजी जानकारी चुराने के मामले में सीनेटर और संसदीय पैनल के समक्ष पेश हुए थे।

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अमेरिकी कांग्रेस के समक्ष अपनी बात रखते हुए जुकरबर्ग ने कहा, ‘2018 पूरे विश्व के लिए एक महत्वपूर्ण साल है। भारत, पाकिस्तान जैसे कई देशों में चुनाव होने हैं इसलिए हम यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे कि ये चुनाव सुरक्षित हो।’

ये है पूरा मामला

ब्रिटिश पॉलिटिकल कंसल्टेंसी फर्म कैम्ब्रिज एनालिटिका पर आरोप है कि उसने करीब 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स का डेटा एक थर्ड पार्टी एप के जरिए एक्सेस किया। इस डेटा का इस्तेमाल 2016 के अमेरिका में हुए चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया। साथ ही ब्रेक्जिट में जनमत संग्रह को प्रभावित किया गया।

क्या है केम्ब्रिज एनालिटिका

केम्ब्रिज एनालिटिका एक प्राइवेट कंपनी है। ये डेटा माइनिंग और डेटा एनालिसिस का काम करती है। इनके सहारे यूके के लंदन की ये कंपनी चुनावी रणनीति तैयार करने में राजनीतिक पार्टियों की मदद करती है। कंपनी से जुड़े एक कर्मचारी क्रिस्टोफर ने नैतिकता को आधार बनाते हुए ये जानकारी सार्वजनिक की कि केम्ब्रिज एनालिटिका ने चुनावों को प्रभावित करने और ट्रंप को फायदा पहुंचाने के लिए 50 लाख यूज़र्स के डेटा का ग़लत इस्तेमाल किया।

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