उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद से ही कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। राज्य में कानून व्यवस्था,प्रशासन सहित हर चीज को लेकर भी सख्ती बरती जा रही है। इसी के साथ-साथ सीएम योगी ने मंत्रियों के लिए आचार सहिंता भी जारी की है। लेकिन इन सबसे परे योगी के मंत्रिमड़ल के एक मंत्री ने अलग सा उदाहरण पेश किया।
एक तरफ योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांगों के सम्मान में विभाग का नाम बदलकर दिव्यांगजन जनसशक्तिकरण विभाग किया है तो दूसरी तरफ योगी सरकार में खादी और ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने दफ्तर का जायजा लेते हुए एक दिव्यांग को खूब खरी-खोटी सुनाते हुए बेइज्जत किया। सत्यदेव पचौरी ने दिव्यांग को सुनाते हुए कहा कि ‘लूले-लंगड़े लोगों को संविदा पर रखा है, ये क्या सफाई कर पायेगा। तभी ऐसा हाल है यहां की सफाई का। इस दौरान दफ्तर के कई और लोग भी वहां मौजूद थे। दफ्तर का जायजा लेने के लिए जब मंत्री दफ्तर पहुंचे तो उन्होंने सबसे पहले मुख्य दरवाजा बंद करवाया।
दफ्तर में साफ सफाई का जायजा लिया गया जिसके बाद उन्होंने दिव्यांग सफाई कर्मचारी को देख कर उससे सवाल किए कि वह यहां क्या कार्य करता है। जब दिव्यांग कर्मचारी ने अपना परिचय दिया। जायजा लेने पर गंदगी देख कर मंत्री ने अफसरों को फटकार लगाई। मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी स्वच्छ भारत अभियान चला रहे हैं, और आप लोगों को सफाई करनी नहीं आती। शाम तक सफाई नहीं की गई तो सिर पर रखकर कूड़ा उठवाया जाएगा। जिसके बाद मंत्री ने दिव्यांग कर्मचारी को भी खूब सुनाया। एक तरफ पीएम मोदी दिव्यांगों को समान अधिकार दिए जाने के लिए तरह-तरह की योजनाएं बना रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उन्हीं की सरकार के मंत्री दिव्यांगों का अपमान कर रहे हैं। बता दें कि पीएम मोदी ने ही कुछ समय पहले ही देशवासियों से अपील की थी कि वे विक्लांगों को दिव्यांग कहें।