झारखंड के लातेहार निंदिर गांव में गांववालों ने एनएच रोड से 13 किमी सड़क की खुद ही मरम्मत कर डाली। यहां 300 ग्रामीणों ने अपना श्रमदान कर इस सड़क का निर्माण किया है।
दरअसल झारखंड के लातेहार जिला मुख्यालय से गुजरने वाले निन्दिर गांव तक 13 किमी सड़क का निर्माण लंबे समय से अटका हुआ था। ग्रामीणों ने कई बार सड़क निर्माण की मांग को लेकर जिला प्रशासन को अवगत भी कराया लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगती रही। इस सड़क के खराब होने से गांव वालों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। यहां तक कि इस वजह से यहां के बच्चे स्कूल तक नहीं जा पाते थे।
एक दिन इससे लगातार समस्या झेल रहे ग्रामीणों ने निंदिर गांव में एक बैठक का आयोजन किया। बैठक में गांववालों ने निर्णय लिया कि रोड की मरम्मत अब वे खुद ही करेंगे और इसके लिए प्रशासन पर निर्भर नहीं रहेंगे। फिर क्या था। ग्रामीणों ने एक साथ मिलकर सड़क निर्माण कार्य शुरू कर दिया।
इस निर्माण के लिए गांव में जिसके जिसके पास जो जो सुविधाएं थी जिसे वह रोड बनाने में उपलब्ध करवा सकते थे उन्होंने वह सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाईं। जैसे गांव के चार जेसीबी मालिक मनोज प्रसाद, मनोज यादव, कनाही सिंह और मिथलेश यादव ने अपनी जेसीबी तेल सहित रोड निर्माण के लिए मुफ्त में उपलब्ध कराई। तो 21 ट्रैक्टर मालिकों ने अपना ट्रैक्टर मुफ्त में उपलब्ध कराया। इसी तरह 300 गांव वालों ने अपना श्रमदान दे कर इस निर्माण कार्य को किया।
इतना ही नहीं, काम कर रहे मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था गांव के ही मोती प्रसाद ने की। इस पर जब हमने मोती प्रसाद से बातचीत की तो मोती प्रसाद का कहना था कि “सभी गांव वाले इस 13 किमी रोड के खराब होने से बहुत परेशान थे। हम सब को आवाजाही में काफी दिक्कत होती थी इसीलिए हमें यह कदम उठाना पड़ा। ”
वहीं जब हम इस मुद्दे को लेकर लातिहार के उप विकास आयुक्त से बातचीत करने पहुंचे तो उन्होंने कहा कि “यह सड़क आईआरओ विभाग की है। सड़क निर्माण का डीपीआर बन कर तैयार है और संभवतः 20 अक्टूबर को इसका टेंडर होगा।”
फिलहाल तो प्रशासन पर निर्भर न रह कर गांव वालों ने जो काम किया है वो सभी के लिए एक सीख है। इतना ही नहीं भारत जैसे देश जहां हम हर छोटी-बड़ी चीजों के लिए सरकार-प्रशासन पर निर्भर रहते हैं या उन्हें गालियां देते हैं वहां इन ग्रामीणों का यह नेक काम सभी के लिए बेहतरीन सबक है।