नर्मदा को स्वच्छ और शुद्ध करने के लक्ष्य से पिछले साल दिसम्बर में शुरू हुए ‘नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा’ का आज समापन समारोह है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो रहे हैं। यह समारोह नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में हो रहा है, जिसमें 5 लाख लोगों के शामिल होने की सम्भावना है।
इससे पहले पीएम मोदी ने कल ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं कल दोपहर को मध्यप्रदेश के अमरकंटक में नर्मदा सेवा यात्रा के संपन्न होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर खुश हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नर्मदा सेवा यात्रा नर्मदा के संरक्षण के लिये एक शानदार जन आंदोलन है और ये पर्यावरण को बचाने का बड़ा संदेश भी देती है।’’
Narmada Seva Yatra is an excellent mass movement to protect the Narmada & conveys a larger message of saving the environment as well.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 14, 2017
इस समापन समारोह के अवसर पर पीएम मोदी ‘नर्मदे सेवा’ का शुभारंभ भी करेंगे। इस अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तैयार हो रही कार्ययोजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौपेंगे। इस कार्ययोजना में नर्मदा नदी को शुद्ध, स्वच्छ, पवित्र और गतिमान बनाए रखने के लिए उठाए जाने वाले कदमों का ब्यौरा होगा। इसके लिए राज्य के कई विभागों ने रिपोर्ट्स भी तैयार कर लिए है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि यह कोई समापन समारोह नहीं बल्कि एक सेवा अभियान की शुरुआत है और इसके तहत लगभग 9 लाख पौधे नर्मदा किनारे लगाये जाएंगे।
इस समापन समारोह की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। पूरे क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए है और अस्थायी प्रधानमंत्री कार्यालय भी समारोह स्थल के समीप बनाया गया है।
समारोह में भीड़ जुटाने और 5 लाख लोगों के लक्ष्य को पूरा करने की जिम्मेदारी सरकार और संगठन को दी गई है। इसके लिए लगभग 5300 बसों का इंतजाम किया गया है। खबर यह भी आ रही है कि समर्थकों को ला रही एक बस पलट गई है। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई जबकि 25 लोग घायल हो गए।
गौरतलब है कि 2014 में सरकार बनने के बाद पीएम मोदी ने नदियों के स्वच्छता और अस्तित्व का विशेष ध्यान रखते हुए इसके लिए अलग से मंत्रालय का गठन किया था। इसके तहत ही नमामि गंगे, नमामि यमुना जैसी योजनाओं की शुरुआत हुई थी।
इसी क्रम में ‘नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा’ भी पिछले साल 11 दिसम्बर 2016 को अमरकंटक से शुरू हुआ था। यह यात्रा उज्जैन, इंदौर, भोपाल, होशंगाबाद, जबलपुर और रीवा डिविजन के 16 जिलों से गुजरी। इस 148 दिन की यात्रा में करीब 3300 किमी की दूरी तय की गई, जिसमें गोविंदा, अनुपम खेर, विवेक ओबराय, अन्नू कपूर और पद्मिनी कोल्हापुरे जैसे हस्तियों ने भाग लिया। इस दौरान लोगो को जागरूक करने के लिए 1093 जन-संवाद भी हुए, जिनमें लगभग 34 लाख लोगों ने भाग लिया।