Sharjeel Imam ने खुद को बताया IITIAN, सोशल मीडिया यूजर्स ने कुछ इस तरह किया रिएक्ट…

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Sharjeel Imam

Sharjeel Imam: नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध के दौरान कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार जेएनयू के छात्र शरजील इमाम को लेकर सोशल मीडिया पर एक ट्रेंड चल रहा है। ट्विटर पर यूजर्स #IITIAN ट्वीट कर रहे हैं। दरअसल शरजील इमाम ने हाल ही में एक बयान दिया है कि वे एक IITIAN (आईआईटी के छात्र) रहे हैं। अब सोशल मीडिया यूजर्स इस पर रिएक्ट कर रहे हैं। कई यूजर्स का कहना है कि शरजील इमाम आईआईटी से पढ़े हैं, इसका मतलब ये नहीं है कि वे देशविरोधी बयान दें या ऐसी नारेबाजी करें। बहुत से लोग आईआईटी से पढ़े हैं लेकिन वे देशविरोधी गतिविधि में संलिप्त नहीं हैं।

मैं आतंकवादी नहीं हूं: शरजील

इससे पहले दिल्ली की एक अदालत को शरजील इमाम ने बतयाा था कि वह आतंकवादी नहीं हैं । शरजील इमाम ने कहा था कि उनके ऊपर मुकदमा चलाया जाना गलत है। विदित हो कि इमाम ने कथित तौर पर असम और शेष पूर्वोत्तर को भारत से “काटने” से जुड़ा भाषण दिया था। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। इमाम ने कथित तौर पर 13 दिसंबर, 2019 को जामिया मिल्लिया इस्लामिया में और 16 दिसंबर, 2019 को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भाषण दिए थे। शरजील इमाम जनवरी 2020 से न्यायिक हिरासत में हैं।

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इमाम के भाषण के बाद दंगे हुए: पुलिस

उन्हें UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया था। उन पर देशद्रोह का भी आरोप लगाया गया है। मामले में पुलिस का पक्ष है कि विरोध का मौलिक अधिकार उस हद से आगे नहीं बढ़ सकता है जिससे जनता को परेशानी हो। इमाम के भाषण के बाद हिंसक दंगे हुए। पुलिस ने अदालत से कहा, “उन्होंने यह कहकर अराजकता पैदा करने की कोशिश की कि मुस्लिम समुदाय के लिए कोई उम्मीद नहीं बची है और कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है।”

शरजील इमाम पर देशद्रोह, धर्म, नस्ल, जन्म स्थान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, राष्ट्रीय एकता के लिए खतरा होने, उपद्रव करने, और यूएपीए संबंधित आरोप हैं। दिल्ली पुलिस ने मामले में इमाम के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने कथित तौर पर केंद्र सरकार के प्रति घृणा, अवमानना ​​​​और असंतोष को भड़काने वाले भाषण दिए और लोगों को उकसाया जिसके कारण दिसंबर 2019 में हिंसा हुई।

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