राजस्थान के बाद उत्तरप्रदेश के गोंडा में पुजारी की निर्मम तरीके से गोली मारकर हत्या कर दी  गई है। पुजारी का नाम सम्राट दास बताया जा रहा है। पुजारी लंबे समय से रामजानकी मंदिर में काम करते थे। घटना शनिवार रात की है।

महंत शनिवार को आरती के बाद मंदिर में पुजा पाठ में व्यस्त थे। इसी दौरान मंदिर परिसर में कुछ अज्ञात बदमाश घुस आए और उन्हें गोलियों से छल्ली कर दिया।

पुजारी लखनऊ रेफर

घटना के बाद महंत को पास के ही अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें गंभीर हालत में डॉक्टरों ने लखनऊ रेफर कर दिया है। महंत की हालत गंभीर बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार पुजारी पर इसके पहले भी हमला हो चुका है। जमीन विवाद को लेकर पुजारी की किसी से लड़ाई चल रही थी इसी कारण बदमाशों ने उनपर हमला किया।

यह घटना इटियाथोक थाना अंतर्गत तिर्रे मनोरमा की है। इससे पहले। करौली में पुजारी को जिंदा जला दिया गया था जबकि बागपत में नदी में साधु की लाश मिलने का मामला सामने आया था।

रामविलास वेदांती मठ के संरक्षक हैं।

बदमाशों ने राम जानकी मंदिर मनोरम उद्गम स्थल के पुजारी को गोली मारी है। जानकारी के अनुसार रामविलास वेदांती मठ के संरक्षक हैं। सुरक्षा के नाम पर होमेगार्डों की तैनाती की गई थी।

4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार गोंडा के पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि गोंडा के इटिया थोक के एक गांव के एक मंदिर के पुजारी को शनिवार रात गोली मार दी गई थी। उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुजारी का आरोपियों के साथ भूमि विवाद था। हम मामले की जांच कर रहे हैं।

मंदिर की जमीन पर भूमाफियाओं की नजर

बताया जा रहा है कि मंदिर की जमीन पर भूमाफियाओं की नजर थी। प्रधान अमर सिंह समेत कई लोगों पर महंत ने हमला करने का आरोप लगाया है। पुलिस के आलाधिकारी मामले की कर जांच पड़ताल कर रहे हैं. पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी गई है।

गोंडा की घटना से पहले राजस्थान के करौली में जमीन विवाद में पुजारी को जिंदा जला दिया गया था जिसमें साधु की मौत हो गई थी। राजस्थान के करौली जिले के बुकना गांव में मंदिर के जमीन विवाद में कुछ लोगों ने पुजारी को जिंदा जला दिया था। गंभीर रूप से जख्मी पुजारी को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां गुरुवार रात को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।

बागपत शहर यमुना नदी से साधु का शव बरामद

बागपत शहर कोतवाली क्षेत्र में यमुना नदी से साधु का शव मिलने से शनिवार को सनसनी फैल गई थी। साधु के शरीर पर चोट के कई निशान भी मिले हैं। अज्ञात साधु की पहचान नहीं हो पाई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त कराने का काफी प्रयास किया, मगर पहचान नहीं हो पाई। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और मामले की पड़ताल में जुट गई है।

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