पीएम मोदी आज दो राज्यों का दौरे पर हैं। सबसे पहले वो पश्चिम बंगाल पहुंचे हैं जहां राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान एक घटना भी घटी जो काफी दिलचस्प है। दरअसल, प्रोटोकॉल के अनुसार देश के प्रधानमंत्री का स्वागत राज्य के मुख्यमंत्री और राज्यपाल करते हैं। लेकिन पीएम के समय पर पहुंचने के बाद भी वहां उनके स्वागत के लिए सीएम ममता बनर्जी मौजूद नहीं थी। हेलीकॉप्टर से उतरते वक्त पीएम को ममता बनर्जी दूर से भागती हुईं आती दिखीं, ऐसे में रास्ते में कीचड़ था जिसे पीएम मोदी ने इशारे से ममता बनर्जी को बताया और उन्हें बचाया भी।
वहीं पीएम मोदी ने विद्यार्थियों को गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टेगौर के बारे में बताया और उनसे प्रेरणा लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि गुरुदेव मानते थे कि हर व्यक्ति का जन्म किसी ना किसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए होता है। प्रत्येक बालक अपनी लक्ष्य-प्राप्ति की दिशा में बढ़ सके, इसके लिए उसे योग्य बनाना शिक्षा का महत्वपूर्ण कार्य है। वो कहते थे कि शिक्षा केवल वही नहीं है जो विद्यालय में दी जाती है। दुनिया के अनेक विश्वविद्यालयों में टैगोर आज भी अध्ययन का विषय हैं। गुरुदेव पहले भी Global citizen थे और आज भी हैं। बता दें कि पीएम मोदी विश्व भारती विश्वविद्यालय के 49 वें दीक्षांत समारोह में पहुंचे हैं। वो विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं। इस समारोह में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी पहुंची हैं।
पीएम ने कहा कि दूसरे देशों के लोग कैसे रहते हैं, उनके सामाजिक, सांस्कृतिक मूल्य क्या हैं, इस बारे में जानने पर वो हमेशा जोर देते थे। लेकिन इसी के साथ वो ये भी कहते थे कि भारतीयता नहीं भूलनी चाहिए। पीएम ने विद्यार्थियों से कहा कि यहां मैं एक अतिथि नहीं बल्कि एक आचार्य के नाते आपके बीच में आया हूं। यहां मेरी भूमिका इस महान लोकतंत्र के कारण है।
आने वाली पीढ़ियाँ वे चाहे बांग्लादेश की हों या फिर भारत की, वे इन समृद्ध परंपराओं, इन महान आत्माओं के बारे में जानें और समझें, इसके लिए हम प्रयासरत हैं। हमारी सरकार के सभी सम्बन्धित अंग इस काम में लगे हैं: PM
— PMO India (@PMOIndia) May 25, 2018
विश्वविद्यालय में पाई गई अव्यवस्था और अनियमितता के कारण पीएम मोदी ने विद्यार्थियों से माफी मांगी और कहा कि विश्व भारती विश्वविद्याल के कुलपति होने के नाते सबसे पहले मैं आपसे माफी मांगता हूं। जैसे ही मैं यहां आया, कुछ छात्रों में पानी की उचित व्यवस्था न होने के लिए नाराजगी जाहिर की, आपको हुई परेशानी को लेकर मैं क्षमा मांगता हूं।