विधानसभा शताब्दी समापन समारोह में शामिल हुए PM Modi, कहा- जो बिहार से स्नेह करता है, राज्य उसे कई गुना करके लौटाता है

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि दशकों से हमें ये बताने की कोशिश होती रही है कि भारत को लोकतंत्र विदेशी हुकूमत और विदेशी सोच के कारण मिला है। लेकिन, कोई भी व्यक्ति जब ये कहता है तो वो बिहार के इतिहास और बिहार की विरासत पर पर्दा डालने की कोशिश करता है।

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PM Modi: बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी वर्ष समारोह के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पटना पहुंचे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। इस दौरान विधानसभा परिसर में पीएम मोदी ने शताब्दी स्तंभ का अवलोकन भी किया। बता दें कि बिहार विधानसभा परिसर के सौ वर्ष पूरे होने पर 40 फीट ऊंचा स्तंभ बनाया गया है। बिहार प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री विधानसभा परिसर में आयोजित कई आयोजनों में भाग लिया।

PM Modi ने दी शुभकामना

बिहार विधान सभा के शताब्दी समारोह के समापन समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी को बिहार विधानसभा भवन के शदाब्दी वर्ष की शुभकामनाएं। बिहार का ये सौभाग्य है कि जो बिहार से स्नेह करता है, बिहार उस प्यार को कई गुना करके लौटाता है। आज मुझे बिहार विधानसभा परिसर में आने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री होने का सौभाग्य भी मिला है। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा का अपना एक इतिहास रहा है और यहां विधानसभा भवन में एक से एक बड़े और साहसिक निर्णय लिए गए हैं। आजादी के पहले इसी विधानसभा से गवर्नर सत्येंद्र प्रसन्न सिन्हा जी ने स्वदेशी उद्योगों को प्रोत्साहित करने, स्वदेशी चरखा को अपनाने की अपील की थी।

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PM Modi: बिहार से हुआ लोकतंत्र का उदय

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि दशकों से हमें ये बताने की कोशिश होती रही है कि भारत को लोकतंत्र विदेशी हुकूमत और विदेशी सोच के कारण मिला है। लेकिन, कोई भी व्यक्ति जब ये कहता है तो वो बिहार के इतिहास और बिहार की विरासत पर पर्दा डालने की कोशिश करता है।

उन्होंने आगे कहा कि जब दुनिया के बड़े भू-भाग सभ्यता और संस्कृति की ओर अपना पहला कदम बढ़ा रहे थे, तब वैशाली में परिष्कृत लोकतंत्र का संचालन हो रहा था। जब दुनिया के अन्य क्षेत्रों में जनतांत्रिक अधिकारों की समझ विकसित होनी शुरू हुई थी, तब लिच्छवी और वज्जीसंघ जैसे गणराज्य अपने शिखर पर थे।

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