Parliament Special Session: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेंट्रल हॉल में अपने संबोधन में कहा कि आज हम विकसित भारत के संकल्प को दोहराने, संकल्पबद्ध होने और उसको परिपूर्ण करने के प्रति जी जान से जुटने के लिए नए संसद भवन में जाएंगे। आजादी के पूर्व ये खंड एक प्रकार से लाइब्रेरी के रूप में इस्तेमाल होता था, लेकिन बाद में संविधान सभा की बैठक शुरु हुई है और हमारे संविधान ने यहां आकार लिया। 1947 में अंग्रेजी हुकुमत ने सत्ता हस्तांतरण किया। उस प्रकिया का भी साक्षी ये सेंट्रल हॉल है। इसी हॉल में भारत के तिरंगे, राष्ट्रगान को अपनाया गया।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि अब दुनिया आश्वस्त है कि अर्थव्यवस्था के मामले में भारत टॉप 3 पर पहुंचने वाला है। भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई। भारत का बैंकिंग सेक्टर मजबूत हुआ है। भारत नई ऊर्जा से भर चुका है। गुलामी की जंजीरों ने युवाओं की एसपीरेशन को दबोचकर रखा हुआ था। आज मिलकर हम जहां पहुंचे हैं, वहां हम रूकना नहीं चाहते हैं। हम नए लक्ष्य को गढ़ना चाहते हैं। नए कानूनों का निर्माण करके आगे बढ़ने का दायित्व हम सबका होता है। संसद से जाने वाला हर संकेत इंडियन एसपीरेशन को बढ़ावा देने के लिए होना चाहिए। हम जो भी रिफॉर्म करें, उसके मूल में इंडियन एसपीरेशन सबसे प्राथमिकता में होना चाहिए। भारत नई चेतना के साथ जाग गया है।

Parliament Special Session: सेंट्रल हॉल हमारी भावनाओं से भरा हुआ है: PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि ये सेंट्रल हॉल हमारी भावनाओं से भरा हुआ है। हम विकसित भारत का संकल्प दोहरा रहे हैं। नए संसद भवन में नए भविष्य का श्रीगणेश कर रहे हैं। सेंट्रल हॉल में तिरंगे को अपनाया गया। यहीं संविधान ने भी आकार लिया। 1952 के बाद से दुनिया के 41 राष्ट्रीय अध्यक्षों ने यहां संबोधन दिया है।
Parliament Special Session: हमारे पास 75 साल का अनुभव: PM मोदी
75 साल का हमारे पास अनुभव है, उससे हमने सीखा। हमारे पास एक बहुत बड़ी विरासत है। अमृतकाल के 25 सालों में भारत को अब बड़े कैनवास पर काम करना ही होगा। अब हमारे लिए छोटी छोटी चीजों में उलझने का वक्त चला गया है। आज दुनिया भारत के आत्मनिर्भर मॉडल की चर्चा करने लग गई है। समय की मांग है कि हमें आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करना हम सबका दायित्व है, इसमें दल आड़े नहीं आने चाहिए। जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट के रूप में हमें दुनिया में मैनुफैक्चर सेक्टर के रूप में जाना होगा। अब हमें वैश्विक मापदंडों को पूरा करने के इरादे से ही चलना चाहिए, तभी हम आगे जा सकते हैं। हमारे शिक्षा जगत को नई एजुकेशन पॉलिसी मिली है।
हमें अपने युवाओं के टैलेंट पर भरोसा है – पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा हमें अपने युवाओं के टैलेंट पर भरोसा है जितना ज्यादा हम स्किल टैलेंट पर बल देंगे, उतना दुनिया में हमारा डंका बजा है। दुनिया की नजर भारत के युवाओं पर है। आज हम सोलर पावर, मिशन हाइड्रोजन, सेमी कंडक्टर की दिशा में आगे जाकर काम कर सकते हैं। विश्व के बाजार में हमारा हर कारोबार पहुंचे, यह समय की मांग है। चंद्रयान 3 की सफलता के बाद देश के युवाओं में विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ रही है। सामाजिक न्याय हमारी पहली शर्त है। इसकी चर्चा हमें व्यापक रूप से करनी होगी।
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