अमेरिका के बाद अब रुस भारत और ब्राजील में होने वाले चुनावों में दखल दे सकता है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के सोशल मीडिया एक्सपर्ट्स ने अमेरिकी सांसदों के समक्ष दावा किया है कि भारत और ब्राजील जैसे देशों के चुनाव में हस्तक्षेप करने के लिए रूस वहां की मीडिया को निशाना बना सकता है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में इंटरनेट स्टडीज के प्रोफेसर फिलिप एन होवार्ड ने सीनेट इंटेलिजेंस कमेटी से ये भी कहा कि भारत और ब्राजील जैसे देशों में मीडिया उतना पेशेवर नहीं है, लिहाजा वहां हालात काफी खतरनाक हो सकते हैं। रूस पर आरोप है कि उसने 2016 में हुए अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को जिताने में मदद की थी।होवार्ड ने कहा, “रूस अपने मीडिया के जरिए भारत और ब्राजील में होने वाले चुनावों पर असर डाल सकता है।”
आपको बता दें कि अमेरिकी सीनेटर सूसन कॉलिंस ने होवार्ड से सवाल पूछा था। इसके जवाब में होवार्ड ने हंगेरियन मीडिया में दखल देने के कई उदाहरण दिए।
होवार्ड ने कहा, “दरअसल अमेरिकी मीडिया दुनिया का सबसे पेशेवर मीडिया है। किसी खबर का स्रोत कहां है, इसका जल्द ही आकलन कर लिया जाता है। ट्वीटस के आधार पर बनाई रिपोर्ट पर वे ज्यादा भरोसा नहीं करते। अपने लोकतांत्रिक सहयोगियों के मीडिया संस्थानों को लेकर हमें चिंता करनी होगी।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि रूस खासकर भारत और ब्राजील को निशाना बना सकता है। जिन देशों के मीडिया संस्थान अभी विकसित हो रहे हैं या सीख रहे हैं, वहां रूस की गतिविधि साफ देखी जा सकती है। उन देशों में सांसद भी इस पर सवाल नहीं उठाते।”